जंतर-मंतर पहुंचे कांग्रेस नेता सचिन पायलट प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से की मुलाकात
सचिन पायलट जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने में पहुंचे और इंसाफ की लड़ाई में साथ होने का भरोसा दिलाया।
दिल्ली के जंतर-मंतर में पहलवानों का धरना लगातार जारी है। इस बीच जन संघर्ष यात्रा खत्म कर राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पहलवानों से मिलने पहुंचे। हालांकि पहले से ही सचिन पायलट के आने के कयास लगाए जा रहे थे। इससे पहले कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला भी जंतर मंतर पहुंचे थे। उन्हेंने अपने ट्वीट में केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था,’मोदी जी, आप नारी सशक्तिकरण और बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओंका नारा देते हैं। आपके नारे की हकीकत 26 दिनों से जंतर-मंतर पर दिख रही है।’
डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी पहलवानों ने मंगलवार को संकेत दिया कि वे अपने आंदोलन को रामलीला मैदान ले जा सकते हैं जिससे कि इसे ‘राष्ट्रीय आंदोलन’ बनाया जा सके।ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक तथा एशियाई खेलों की स्वर्ण विजेता विनेश फोगाट सहित भारत के शीर्ष पहलवान पिछले कई दिनों से जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वे बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं जिस पर एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों ने कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
पहलवानों ने दिया है 15 दिन का अल्टीमेटम
विनेश फोगाट ने आरोप लगाया कि उनके धरने में बाधा डाली जा रही है। जिसके चलते पहलवानों का गुस्सा सर चढ़कर बोल रहा है। पहलवानों ने इस आंदोलन को अब विश्व स्तर पर ले जाने का फैसला किया है। पहलवानों ने आरोप लगाते हुए बताया कि अगर बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी पर ध्यान नहीं दिया गया तो वह अन्य देशों के एथलीटों से संपर्क करेंगे।
पहलवानों के समर्थन में खाप और किसान
डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों को खाप और किसान का समर्थन पहले ही मिल चुका है। किसान नेता राकेश टिकैत के साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा के कई नेता, बड़ी तादाद में महिला किसान और खाप के प्रतिनिधि भी जंतर-मंतर पहुंचे थे। किसान नेताओं और खाप ने भी सरकार को पहलवानों की मांग जल्द एक्शन लेने की चेतावनी दी थी और कहा था कि कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन करेंगे।
23 अप्रैल से धरना दे रहे पहलवान
डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था। इसके बाद ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया समेत कई पहलवान 23 अप्रैल को जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए थे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का केस दर्ज किया था। पहलवानों ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भी पत्र लिखकर इंसाफ की लड़ाई में साथ देने की अपील की थी।