सपा में जारी है टिकट बदलने का सिलसिला, एलान के दो महीने बाद अखिलेश ने बदायूं सीट से अपने बेटे आदित्य उतार सकते हैं मैदान में
बदायूं सीट से शिवपाल यादव अपने कदम खींचकर बेटे आदित्य को ही आगे बढ़ाते दिखते रहे हैं। लोकसभा चुनाव के लिए पिछले सात दिनों के प्रचार अभियान के दौरान 40 नुक्कड़ सभाएं या जनसभाएं हुईं जिनमें पांच में शिवपाल ने मंच संभाला। बाकी 35 कार्यक्रमों की कमान आदित्य यादव ने संभाली थी। मंच और माइक दोनों ही आदित्य के हवाले रहे। वह पूरे समय बदायूं संसदीय क्षेत्र में हैं।
समाजवादी पार्टी में प्रत्याशियों के फेरबदल का क्रम जारी है। अब खबर है कि बदायूं लोकसभा सीट पर भी अखिलेश ने उम्मीदवार बदल दिया है। सूत्रों के मुताबिक, बदायूं से अब शिवपाल यादव की जगह उनके पुत्र आदित्य यादव को चुनावी मैदान में होंगे।
बता दें, बदायूं से शिवपाल यादव अपने कदम खींचकर बेटे आदित्य को ही आगे बढ़ाते दिखते रहे हैं। लोकसभा चुनाव के लिए पिछले सात दिनों के प्रचार अभियान के दौरान 40 नुक्कड़ सभाएं या जनसभाएं हुईं, जिनमें पांच में शिवपाल ने मंच संभाला। बाकी 35 कार्यक्रमों की कमान आदित्य यादव ने संभाली थी। मंच और माइक, दोनों ही आदित्य के हवाले रहे। वह पूरे समय बदायूं संसदीय क्षेत्र में हैं।
शिवपाल ने दिया था बयान
बता दें, संसदीय क्षेत्र में इस चर्चा की बुनियाद सपा के महासचिव, जसवंतनगर से विधायक और स्थानीय प्रत्याशी शिवपाल यादव के बयान से ही पड़ी थी। बीते दिनों उन्होंने कहा था कि बदायूं की जनता युवा नेतृत्व चाहती है। ऐसे में वह बेटे को चुनाव लड़ाना चाहते हैं, जिस पर अंतिम निर्णय नेतृत्व को लेना है। इस बयान के बाद क्षेत्र में उनकी सक्रियता पर चर्चा छिड़ गई।
बदायूं से आदित्य यादव का नाम फाइनल!
समाजवादी पार्टी ने फरवरी में धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन इसके बाद टिकट काट दिया। धर्मेंद्र के स्थान पर शिवपाल यादव को प्रत्याशी बनाया गया था। लंबे इंतजार के बाद वह बदायूं आए थे। कुछ दिन प्रचार अभियान को गति दी, लेकिन इसके बाद आदित्य यादव का नाम आगे बढ़ाया। सूत्रों के मुताबिक, आदित्य यादव का नाम फाइनल हो चुका है।