संभल: कैंटर-ट्रैक्टर ट्रॉली की आमने-सामने भीषण भिड़ंत में तीन की मौत, नम आंखाें से दी अंतिम विदाई
ट्रैक्टर ट्रॉली के हादसे में जान गंवाने वालों का सोमवार सुबह नम आंखों के बीच अंतिम संस्कार किया गया। वहीं गंभीर रूप से घायल सात ग्रामीणों का अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है। उनकी गंभीर हालत की वजहर से गांव में तरह−तरह की खबरें आ रही हैं। अंतिम संस्कार में विधायक सहित अन्य लोग शामिल हुए।
अनूपशहर-गवा मार्ग पर ग्राम दीपपुर डांडा के निकट रविवार की देर रात हुए हादसे में जान गवाने वाले लधनपुर गांव के तीनों लोगों के शव का अंतिम संस्कार सोमवार की सुबह कर दिया गया। गांव के ही शमशान घाट पर असमोली की विधायक पिंकी यादव, लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी परमेश्वर लाल सैनी सहित हजारों ग्रामीणों की मौजूदगी में लोगों ने अंतिम विदाई दी।
उधर घटना में घायल 7 लोगों का गंभीर अवस्था में अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में इलाज जारी है। उनकी स्थिति गंभीर बनी है। उनके परिवार वाले गांव में रो रहे हैं। यह घटना उसे समय हुई थी जब कैंटर ने सामने से ट्रैक्टर ट्रॉली को टक्कर मारी थी। ट्रैक्टर पर सवार दो लोग महिपाल, गुमानी जबकि ट्रॉली पर सवार घासीराम की मौत हुई थी।
देर रात ही हो गया था पोस्टमार्टम
लधनपुर के तीनों शव का पोस्टमार्टम प्रशासन में देर रात ही करा दिया था। ऐसे में सोमवार को तड़के तीनों शव परिवार वालों को मिले और उनका अंतिम संस्कार सुबह ही कर दिया गया।
3 साल पहले भी गांव के चार लोगों की हो चुकी है मौत
मुंडन संस्कार में भाग लेने के लिए गाजियाबाद जा रहे लधनपुर गांव के ही लोगों से भरी ट्रैक्टर ट्राली गाजियाबाद के दनकौर में नहर में समा गई थी। 3 साल पहले हुए इस हादसे में गांव के राम खिलाड़ी, नीरज व मल्लू सहित चार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
कभी आ रही मौत की सूचना तो कभी हालत गंभीर की
अलीगढ़ में भर्ती सात गंभीर घायलों के परिवार वाले परेशान है। अलीगढ़ में मौजूद लोग कभी किसी की मौत की सूचना दे रहे हैं तो थोड़ी देर बाद यह बता रहे हैं कि हालत गंभीर है। मौत की सूचना पाकर परिवार वालों का हाल बेहाल हो जा रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से बेहतर इलाज की मांग की है।
सात लोगों को इस घटना में नहीं आई थी चोट
ट्रॉली पर 30 लोग सवार थे। जिसमें तीन की मौत हुई और सात गंभीर घायल हुए। 20 लोग का निजी स्तर पर इलाज कराया गया। इन 20 में 7 ऐसे भी थे जिनको चोट नहीं लगी थी। जिन्होंने घटना का पूरा विवरण बयान किया।
शिशुपाल के अंतिम संस्कार में गए थे लोग
लधनपुर के 92 वर्षीय शिशुपाल की मौत बीमारी की वजह से हो गई थी। उनका अंतिम संस्कार बुलंदशहर के अनूप शहर स्थित सिसौना डांडा घाट पर किया गया। देर रात सभी लोग वहीं से वापस आ रहे थे और यह हादसा हो गया।