SC on Same-Sex : क्या सेम-सेक्स मैरिज की कानूनी राह बनेगी? सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
भारत में भी क्या समलैंगिक विवाह को मान्यता मिलेगी? अब तक 30 से ज्यादा देश दे चुके हैं कानूनी मान्यता
समलैंगिक विवाह को भारत में अब तक कानूनी मान्यता नहीं मिली है। सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने मंगलवार से ऐसी मांग करती याचिकाओं पर सुनवाई की।सुनवाई के दौरान, वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने तर्क दिया कि लोकप्रिय स्वीकृति का परीक्षण एक समुदाय के मौलिक अधिकारों को अस्वीकार करने के लिए पर्याप्त नहीं है। “क्या कलंक चल रहा है? इसे केवल एक संवैधानिक घोषणा द्वारा हटाया जा सकता है।” उन्होंने कहा, "यौन अभिविन्यास के आधार पर भेदभाव किसी व्यक्ति की गरिमा और स्वयं के मूल्य के लिए गहरा अपमानजनक है।"
भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि विशेष विवाह अधिनियम के तहत शादी करने के लिए जोड़े के इरादे की 30 दिनों की अनिवार्य सूचना "असंवैधानिक" है। उन्होंने कहा, "विषमलैंगिक विवाह में भी आपको नोटिस देना पड़ता है और लोगों को इस बात पर आपत्ति होती है कि शादी होनी चाहिए या नहीं, यह असंवैधानिक है।"
सीजेआई ने यह भी कहा कि एक जैविक महिला या पुरुष की धारणा "पूर्ण" नहीं है और "यह सिर्फ आपके जननांगों का सवाल नहीं है।" वह सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को जवाब दे रहे थे, जिन्होंने कहा था, “किसी भी रिश्ते की सामाजिक स्वीकृति कभी भी कानून या फैसले पर निर्भर नहीं होती है। पूरे विधायिका का विधायी इरादा एक जैविक पुरुष और एक जैविक महिला के बीच संबंध रहा है। मेहता ने यह भी तर्क दिया है कि क्या विवाह के माध्यम से नए सामाजिक-कानूनी अधिकार बनाने के लिए न्यायपालिका सही मंच है।
दुनियाभर में देखें तो सेम सेक्स मैरिज के लिए सपोर्ट बढ़ता जा रहा है। 2001 में नीदरलैंड्स पहला देश बना जिसने समलैंगिक शादी की अनुमति दी। इसके बाद 33 अन्य देशों ने ऐसे कानून बनाए। अधिकतर पश्चिमी देशों में ऐसी शादियों की वैधता से जुड़े कानून है। एक आंकड़ा यह भी है कि दुनिया की शीर्ष 10 अर्थव्यवस्थाओं में से केवल आधे ही समलैंगिक जोड़ों को शादी की इजाजत देते हैं। कुछ देशों में पूर्ण कानूनी मान्यता नहीं है मगर सिविल यूनियन की इजाजत है। ईस्टर्न यूरोप, एशिया और अफ्रीका के बड़े भूभाग में से केवल दो देशों- साउथ अफ्रीका और ताइवान ने ही सेम सेक्स मैरिज को लीगल किया है। अदालत बुधवार और गुरुवार को याचिकाकर्ताओं की सुनवाई जारी रखेगी और सरकार अगले सप्ताह बहस शुरू करेगी।
दुनिया में कहां-कहां समलैंगिक शादी को मिली है मान्यता?
कनाडा,ग्रीनलैंड, ब्राज़ील ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दे रखी है। नॉर्थ और साउथ अमेरिका के ज्यादातर देशों ने सेम सेक्स मैरिज को लीगल स्टेटस दे रखा है। वहीं, यूरोप के कुछ देशों में भी समलैंगिक कपल्स शादी कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया में भी समलैंगिक विवाह को कानूनी दर्जा प्राप्त है।