बाराबंकी: सरयू लाल निशान छूने को बेताब , ग्रामीणों में दहशत
सरयू लाल निशान छूने को बेताब है। करीब 10 गांवों के आसपास नदी का पानी आने से दहशत बढ़ गई है। कटान हो गया है। मंगलवार को नदी का जलस्तर 105.856 मीटर रिकाॅर्ड किया गया है।
सरयू नदी का जलस्तर तराई के गांवों को लगातार डरा रहा है। नेपाल के बैराजों से 24 घंटे में दो बार पांच लाख 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से जलस्तर कम होने की बजाय बढ़ने के आसार हैं। सरयू नदी लाल निशान छूने को बेताब है। करीब 10 गांवों के आसपास नदी का पानी आने से दहशत भी कम होने की बजाय बढ़ गई है। कटान तेजी से हो रही है। मंगलवार को नदी का जलस्तर 105.856 मीटर रिकाॅर्ड किया गया, जबकि खतरे का निशान 106.070 मीटर पर है।
इस समय सरयू नदी सिरौलीगौसपुर व रामनगर तहसील के गांवों में कटान कर रही है। टेपरा, विहड़, सनावा, तेलवारी, भैरवकोल, इटाहुआ पूर्व गांव के पास नदी का पानी करीब आ गया है। इटाहुआ पूर्व गांव के पास कटान देख लोग गांव छोड़कर जा चुके हैं। अब इन गांवों के किसानों की खाली पड़ी जमीन नदी में समा रही है। मंगलवार को करीब 15 बीघा भूमि नदी में समाहित हो गई। नदी कटान करते हुए तटबंध के करीब पहुंच रही है।
तेलवारी गांव के कई छप्परनुमा घर निशाने पर हैं। उधर, रामनगर तहसील क्षेत्र के सरसंडा, हेतमापुर के पास कटान तेज है। नदी के उस पार बसे गांवों में तो परेशानी लगातार बरकरार है। जमका गांव में तेजी से जमीन नदी में समा रही है। आपदा कार्यालय के अनुसार सोमवार को दो लाख 73 हजार व मंगलवार को दो लाख 47 हजार क्यूसेक पानी नेपाल के बैराजों से सरयू में छोड़ा गया है। माना जा रहा है कि इससे जलस्तर बढ़ेगा। आपदा विशेषज्ञ प्राची ने बताया कि खतरे वाली कोई बात नहीं है।