उत्तर-प्रदेश: स्वामी प्रसाद ने मुजफ्फरनगर की टीचर को लेकर कह दी ये बड़ी बात, जेल भेजने की मांग
यूपी के मुजफ्फरनगर में मंसूरपुर के नेहा पब्लिक स्कूल में एक मासूम छात्र की दूसरे छात्रों से पिटाई करने के मामले में स्वजन की तहरीर पर शिक्षिका तृप्ता त्यागी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित छात्र के घर पहुंचकर बाल कल्याण समिति की टीम ने स्वजन व छात्र की काउंसलिंग की। इस मामले को लेकर लोगों में आक्रोश है।
मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद अब इस मामले में सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी नेता वरुण गांधी के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और अब स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस घटना को लेकर एक्स (ट्वीट) में लिखा, ''जनपद मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में, एक महिला टीचर द्वारा मुस्लिम बच्चों को हिंदू बच्चों से पिटवाये जाने की घटना अत्यंत ही निंदनीय है। यह घटना यह साबित करती है ऐसी जातीय दुर्भावना से ग्रसित टीचर, टीचर न होकर डायन जैसा व्यवहार कर रही है, जो शिक्षक के गुणों के विपरीत आचरण है। स्थानीय पुलिस प्रशासन को इस डायन टीचर के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेजना चाहिए।''
क्या है पूरा मामला?
यूपी के मुजफ्फरनगर में मंसूरपुर के नेहा पब्लिक स्कूल में शिक्षिका द्वारा एक मासूम छात्र की दूसरे छात्रों से पिटाई करने का मामला सामने आया है। शुक्रवार को घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस मामले में परिजनों की तहरीर पर शिक्षिका तृप्ता त्यागी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
शिक्षिका ने दी सफाई
वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था।