सिद्धार्थनगर: कर्ज से परेशान युवक ने पुत्र-पुत्री संग खाया जहरीला पदार्थ, बाप- बेटे की मौत; बेटी गंभीर
बेरहम पिता ने खुद के साथ दो बच्चों को भी मौत के मुंह में ले चला। कर्ज से परेशान ई-रिक्शा चालक ने घर से दोनों बच्चों को ई-रिक्शा पर बैठाकर बाजार ले गया। वहां जहरीला पदार्थ खरीदकर बच्चों के साथ खुद भी खा लिया। किसी को नहीं पता था कि ये अनहोनी होने वाली है। चालक अपने दो बच्चों के साथ पिता व भाई से अलग रहता था।
बैंक के कर्ज की किस्त का भुगतान नहीं कर पाने से परेशान ई-रिक्शा चालक ने बेटी व बेटे के साथ जहरीला पदार्थ खा लिया। माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कालेज में उपचार के दौरान तीन वर्षीय बेटे फूलमूर्ति की मौत हो गई। 30 वर्षीय ई-रिक्शा चालक व आठ वर्षीय बेटी को मेडिकल कालेज गोरखपुर में भर्ती कराया गया। रिक्शा चालक गोरखपुर मेडिकल कालेज में मौत हो गई।
यह है मामला
घटना जोगिया कोतवाली थाना क्षेत्र के कटया गांव की है। गांव के पूर्णवासी के दो बेटे हैं। छोटा बेटा ध्रुव ई-रिक्शा चलाता है और बेटे फूलमूर्ति और बेटी सपना के साथ पिता से अलग रहता था। उसकी पत्नी की करीब दो वर्ष पहले मौत हो चुकी है। पूर्णवासी बड़े बेटे बिगाड़ू के साथ रहते हैं। ग्रामीणों के अनुसार, ध्रुव की आर्थिक स्थिति खराब देखकर पूर्णवासी ने डेढ़ वर्ष पूर्व बैंक से कर्ज लेकर उसके लिए ई- रिक्शा खरीद दिया।
ध्रुव ने बैंक की किस्त जमा नहीं की तो कुछ दिन पूर्व उन्होंने उससे किस्त जमा करने को कहा। पैसे की व्यवस्था नहीं हो पाने के कारण ध्रुव परेशान रहने लगा। शुक्रवार शाम लगभग पांच बजे दोनों बच्चों के साथ वह ई- रिक्शे से सनई बाजार पहुंचा और जहरीला पदार्थ खरीदकर खुद के साथ बच्चों को भी खिला दिया। तीनों की स्थिति बिगड़ने लगी तो सनई चौराहे पर मौजूद लोगों ने उसके पिता को सूचना देने के साथ उपचार के लिए माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कालेज पहुंचाया। वहां बेटे फूलमूर्ति की मौत हो गई।
ध्रुव व सपना की स्थिति खराब देख चिकित्सकों ने मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया। दोनों को लेकर पूर्णवासी गोरखपुर चले गए हैं और उनसे बातचीत नहीं हो सकी। मेडिकल कालेज गोरखपुर में ध्रुव की भी मौत हो गई। प्रभारी निरीक्षण जोगिया यशवंत सिंह ने बताया कि ध्रुव व फूलमूर्ति की मृत्यु हो गई है। सपना का मेडिकल कालेज में उपचार हो रहा है।