लखनऊ: निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे के मिट्टी ठेकेदार की हत्या, शव नहर में फेंका; पुलिस ने दो को हिरासत में लिया
व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता में निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के मिट्टी ठेकेदार की हत्या कर शव को शारदा नहर के गौरा पुल से नीचे फेंक दिया गया। रविवार सुबह नहर में शव देख सनसनी फैल गई। नहर में पानी कम होने व हाथ में चोट देखकर हत्या की चर्चा तेज हो गई। संदेह के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू की है।
व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता में निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के मिट्टी ठेकेदार की हत्या कर शव को शारदा नहर के गौरा पुल से नीचे फेंक दिया गया। रविवार सुबह नहर में शव देख सनसनी फैल गई। नहर में पानी कम होने व हाथ में चोट देखकर हत्या की चर्चा तेज हो गई।
संदेह के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू की है। प्रयागराज के हंडिया क्षेत्र के बारीतर गांव निवासी 47 वर्षीय शिवमिलन सिंह सेना में सूबेदार के पद से वर्ष 2006 में नासिक से सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद वह सड़क निर्माण में ठेकेदारी करने लगे।
वर्तमान में वह लखनऊ के सरोजनीनगर में कृष्णलोक कालोनी (फ्लैट नंबर-809) में पत्नी सुषमा व बेटी रूबी के साथ रह रहे थे। एक बेटा सिद्धार्थ पुणे में साफ्टवेयर इंजीनियर है। शिवमिलन ने गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य करा रही पटेल इंफ्रास्ट्रक्चर से मिट्टी आपूर्ति का अनुबंध किया था।
शव के नाखून और शरीर काला पड़ गए थे
करीब एक वर्ष से वह दही क्षेत्र में दारोगाखेड़ा के पास सड़क पर मिट्टी भरान का कार्य करा रहे थे। रविवार सुबह करीब 9:30 बजे शिवमिलन का शव दारोगाखेड़ा स्थित शारदा नहर के गौरा पुल के नीचे पड़ा मिला। जिस जगह शव मिला वहां सूखी बालू थी।
नाखून व शरीर काला पड़ने से भाई जयमिलन ने शराब में कीटनाशक मिलाकर पिलाने व मौत के बाद शव को नहर में फेंके जाने का अंदेशा जताया है। दही थाना प्रभारी अनुराग सिंह ने ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकलवाया। उन्होंने बताया कि 22 नवंबर 2023 को अदाणी ग्रुप की कंपनी के सुपरवाइजर गोपाल कुमार यादव से ओरहर गांव के पास मिट्टी परीक्षण को लेकर विवाद हुआ था।
24 नवंबर को गोपाल ने शिवमिलन पर मारपीट व जान की धमकी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद शिवमिलन ने गोपाल के विरुद्ध तहरीर देकर इन्हीं धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। भाई जयमिलन ने बताया कि राजस्थान के जांबा क्षेत्र के पालोदी गांव निवासी हरिराम उसके भाई का दोस्त है। वह भाई के साथ रहकर उसका काम देखता था।
हरिराम के अनुसार शनिवार दोपहर करीब तीन बजे सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार से तीन लोग साइड पर आए थे और शिवमिलन को अपने साथ लेकर चले गए थे। तब से उनका मोबाइल फोन बंद है। एसओ ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही है। पत्नी सुषमा व बेटी रूबी का रो-रोकर बुरा हाल था।
घर में काम करने वाली मेड से हुई जानकारी
राम मिलन के पड़ोस में रहने वाले अरुण कुमार ने बताया कि घर में काम करने वाली मेड से उन्हें घटना की जानकारी हुई। वही मेड राम मिलन के घर पर भी काम करती है। उसने आते ही बताया कि राम मिलन की बेटी एकाएक घबराई हुई घर से निकली और बोली कि पापा नहीं रहे। इसके बाद वह रोते हुए चली गई।
अरुण ने बताया कि राम मिलन से उनकी काफी अच्छी मित्रता थी। इधर, कुछ दिनों ने उनकी मुलाकात नहीं हुई थी। वह बहुत मिलनसार और अच्छे इंसान थे। उनकी मौत की खबर सुनते ही एकदम अवाक रह गया।