सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता के नाम लिखा पत्र, बोली- 'आपने फिरोज और इंदिरा गांधी को...'
मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है। रायबरेली आकर आप लोगों में मिलकर ही पूरा होता है। यह नेह - नाता बहुत पुराना है और अपनी ससुराल से मुझे सौभाग्य की तरह मिला है। सोनिया ने रायबरेली की जनता के नाम लिखा जिसमें उन्होंने अपनी भावनाएं साझा की। 14 फरवरी को लिखे अपने पत्र में सोनिया ने कहा कि रायबरेली के साथ हमारे परिवार के रिश्तों की जड़ें बहुत गहरी हैं।
मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है। रायबरेली आकर आप लोगों में मिलकर ही पूरा होता है। यह नेह - नाता बहुत पुराना है और अपनी ससुराल से मुझे सौभाग्य की तरह मिला है। सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता के नाम लिखा, जिसमें उन्होंने अपनी भावनाएं साझा की।
14 फरवरी को लिखे अपने पत्र में सोनिया ने कहा कि रायबरेली के साथ हमारे परिवार के रिश्तों की जड़ें बहुत गहरी हैं। आजादी के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में आपने मेरे ससुर श्री फीरोज गाँधी जी को यहाँ से जिताकर दिल्ली भेजा। उनके बाद मेरी सास इंदिरा गाँधी जी को आपने अपना बना लिया। तब से अब तक, यह सिलसिला जिंदगी के उतार-चढ़ाव और मुश्किल भरी राह पर प्यार और जोश के साथ आगे बढ़ता गया और इस पर हमारी आस्था मजबूत होती चली गई।
इसी रौशन रास्ते पर आपने मुझे भी चलने की जगह दी। सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिए खोकर मैं आपके पास आई और आपने अपना आँचल मेरे लिये फैला दिया। पिछले दो चुनावों में विषम परिस्थितियों में भी आप एक चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे, मैं यह कभी भूल नहीं सकती। यह कहते हुए मुझे गर्व है कि आज मैं जो कुछ भी हूं, आपकी बदौलत हूँ और मैंने इस भरोसे को निभाने की हरदम कोशिश की है।
उन्होंने लिखा की अब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगी। इस निर्णय के बाद मुझे आपकी सीधी सेवा का अवसर नहीं मिलेगा, लेकिन यह तय है कि मेरा मन-प्राण हमेशा आपके पास रहेगा। मुझे पता है कि आप भी हर मुश्किल में मुझे और मेरे परिवार को वैसे ही सँभाल लेंगे जैसे अब तक सँभालते आये हैं।