हरभजन सिंह करेंगे नेक काम, उनकी राज्यसभा की सैलरी होगी किसानों की बेटियों के नाम
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और पंजाब से राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने ट्विटर पर ऐलान किया है कि वह अपनी सैलरी किसानों की बेटियों की पढ़ाई और कल्याण के लिए दान करेंगे। उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद पंजाब में आप पार्टी का दामन थामा था।
क्रिकेट करियर को अलविदा कहकर राजनेता बने राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने अपने चाहने वालों का दिल जीतने वाला ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वह राज्यसभा की सैलरी किसानों की बेटियों की पढ़ाई और परवरिश के लिए दान करेंगे। उन्होंने इसका ऐलान ट्विटर पर किया है। फैंस के बीच टर्बनेटर के नाम से मशहूर यह क्रिकेटर फिलहाल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में कॉमेंट्री कर रहा है।
उन्होंने ट्वीट किया- एक राज्यसभा सदस्य के रूप में मैं किसानों की बेटियों की शिक्षा और कल्याण के लिए अपना वेतन दान देना चाहता हूं। मैं अपने राष्ट्र की बेहतरी में योगदान करने के लिए शामिल हुआ हूं और मैं वह सब कुछ करूंगा जो मैं कर सकता हूं। जय हिंद...। भज्जी के संन्यास लेने के बाद पहले बीजेपी और फिर कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा थी। वह सिद्धू से भी मिले थे। साथ ही ये तक कह दिया था कि उन्हें कई पार्टियों का ऑफर है। बता दें कि राज्यसभा सांसद को सैलरी के के रूप में तो 16 हजार रुपये महीना ही मिलता है, लेकिन भत्ता वगैरह लेकर राशि बढ़ जाती है।
मगर जब पंजाब में आम आदमी पार्टी को शानदार जीत मिली तो उन्होंने ने ट्वीट कर भगवंत मान को बधाई दी थी। भगवंत मान और हरभजन सिंह करीबी दोस्त माने जाते हैं। भज्जी ने लिखा था- आम आदमी पार्टी और हमारे नए मुख्यमंत्री बनने पर दोस्त भगवंत मान को बधाई। ये जानकर खुशी हुई कि वह भगत सिंह के गांव खटकड़कलां में नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले रहे हैं। यह माता जी के लिए गर्व का क्षण है। इसके बाद आप ने उन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला किया था।
1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच से डेब्यू करने वाले पंजाब के इस खिलाड़ी ने लंबे समय तक विश्व क्रिकेट में राज किया। 103 मैच में उनके नाम 417 विकेट हैं तो 236 एकदिवसीय मुकाबलों में यह ऑफ स्पिनर 269 शिकार कर चुका है। यूएई के खिलाफ 2016 में आखिरी टी-20 इंटरनेशनल खेलने वाले हरभजन संन्यास तक कभी वापसी नहीं कर पाए।