गुजरात ने IPL डेब्यू में खिताब जीता: कप्तान हार्दिक बोले- मैं दिखाना चाहता था कि मैने किस चीज के लिए मेहनत की है
IPLके 15वें सीजन में पहली बार उतरी गुजरात टाइटंस ने फाइनल में राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया।
IPLके 15वें सीजन में पहली बार उतरी गुजरात टाइटंस ने फाइनल में राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। फाइनल खत्म होने के बाद कप्तान हार्दिक पांड्या ने टूर्नामेंट से पहले उनकी फिटनेस और उनकी गेंदबाजी को लेकर सवाल उठाने वालों को जवाब दिया। उन्होंने कहा, 'मझे यह दिखाना था कि मैंने किस चीज के लिए मेहनत की और आज का दिन बॉलिंग के नजरिये से मेरा दिन था।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैंने अपने अच्छे प्रदर्शन को बचाकर रखा था। संजू को आउट करने के बाद मैंने जब दूसरी गेंद फेंकी तब मुझे अहसास हो गया कि आपको गेंदबाजी करते वक्त लाइन लेंथ ठीक रखनी होगी।' हार्दिक ने कहा कि बल्लेबाजी उनके दिल के बहुत ही करीब है। मेगा ऑक्शन के बाद ही यह साफ हो गया था कि उन्हें टॉप ऑर्डर में बैटिंग करनी होगी।
कोच नेहरा की तारीफ
पांड्या ने कहा, 'मैं और 'आशु पा' (कोच आशीष नेहरा) सोच के मामले में एक जैसे हैं। हम दोनों को ऐसे गेंदबाज हैं, जो मैच को अपने दम पर जिता सके। बेशक टी-20 क्रिकेट बल्लेबाजों का खेल हो, लेकिन बॉलर्स ही आपको मैच जिताते हैं।' पंड्या ने कहा कि ट्रॉफी का क्रेडिट किसी एक को नहीं, बल्कि सभी को जाता है। कोच आशीष नेहरा, गैरी कर्स्टन से लेकर लॉजिस्टिक स्टाफ तक सभी का इसमें योगदान रहा है।
हार्दिक पांड्या का रहा शानदार प्रदर्शन
हार्दिक पांड्या ने IPLके 15वें सीजन के खेले 15 मैचों में 44.27 की औसत से 487 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 131.27 रहा। साथ ही उन्होंने गेंदबाजी से भी कमाल करते हुए 8 विकेट लिए। वहीं फाइनल में भी हार्दिक ने गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाया। पहले उन्होंने गेंदबाजी में टीम के लिए 4 ओवर में 17 रन देकर 3 विकेट लिए। इसके बाद बल्लेबाजी करते हुए 30 गेंदों पर 113.33 की स्ट्राइक रेट से 34 रन बनाए। पांड्या की कप्तानी भी कमाल की रही। उनकी कप्तानी में 16 मैचों में से गुजरात ने 12 मुकाबले जीते।