जीत की भूख मर गई है... फैन्स माफ नहीं कर पाएंगे द्रविड़-रोहित की ये गलतियां
भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछली गलतियों से कोई सबक नहीं सीखा। टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के आगे टीम इंडिया ने टोटल सरेंडर कर दिया।
करारी हार, भारत टी-20 वर्ल्ड कप से बाहर
भारतीय क्रिकेट टीम टी-20 वर्ल्ड कप से बाहर हो गई है। दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने भारत को एकतरफा मुकाबले में 10 विकेट से हरा दिया। इंग्लैंड ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बॉलिंग का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने छह विकेट पर 168 रन बनाए। विराट कोहली ने अर्धशतक जमाया। हार्दिक पंड्या ने 33 गेंदों में 63 रनों की आतिशी पारी खेली। वहीं, इंग्लैंड की तरफ से ओपनिंग करने उतरे बटलर और एलेक्स हेल्स ने 16 ओवर में ही 170 रन बनाकर फाइनल का टिकट कटाया।
बैटिंग, बॉलिंग, टैक्टिक्स... सबमें भारी पड़ा इंग्लैंड
लिमिटेड ओवर्स फॉरमेट में इंग्लैंड की टीम बेहद मजबूत है। ODI वर्ल्ड कप अपने नाम कर चुकी इंग्लैंड के आगे भारत ने घुटने टेक दिए। बैटिंग हो, बॉलिंग हो या फील्ड प्लेसमेंट और टीम सिलेक्शन जैसे रणनीतिक फैसले, इंग्लैंड हर मायने में भारत पर बीस साबित हुआ। इस शर्मनाक हार के कई जिम्मेदार हैं।
राहुल द्रविड़-रोहित शर्मा का फ्लॉप शो
T20 वर्ल्ड कप से भारत की रुखसती का ठीकरा इन दोनों के सिर ही फूटेगा। टीम सिलेक्शन पर दिग्गज सवाल उठा रहे हैं। गेदबाजों को रोटेट करने की बात हो या मैदान पर खिलाड़ियों के रवैये की, टीम इंडिया में वह बात नहीं दिखी जो कुछ वक्त पहले नजर आती थी। ऐसा लगता है कि भूखे शेर का पेट भर गया है और उसे शिकार की कोई तलब नहीं रह गई।
सबसे बड़े मैचविनर को खिलाया ही नहीं
इस टी20 वर्ल्ड कप में लेग स्पिनर्स का जलवा रहा है। एडिलेड की पिच देखकर इंग्लैंड ने आदिल रशीद को खिलाया। इस लेग-ब्रेक गेंदबाज ने 4 ओवर में सिर्फ 20 रन दिए और सूर्यकुमार यादव का VIP विकेट झटका। इसके उलट भारत को देखिए। राहुल और रोहित की जोड़ी ने पूरे टूर्नमेंट में युजवेंद्र चहल को नहीं खिलाया जबकि T20Is में उनका रेकॉर्ड शानदार है। उन्होंने 68 पारियों में 85 विकेट्स लिए हैं।
केएल राहुल को क्यों ढो रही है टीम?
लोकेश राहुल की कहानी आयाराम-गयाराम की तर्ज पर आगे बढ़ रही है। वह क्रीज पर आते हैं, इधर-उधर बल्ला चलाते हैं और विकेट देकर चले जाते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 5 गेंद खेल पाए। टी20 वर्ल्ड कप 2022 में टॉप-8 रैंकिंग वाले टीमों के खिलाफ 5 मैचों में 4 में केएल ने केवल सिंगल डिजिट में स्कोर किया।
बॉलिंग यूनिट के पेच कसने होंगे
T20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत 10 विकेट से हारा है। इतनी करारी हार के बाद, कोच-कप्तान के साथ गेंदबाजों से भी कड़े सवाल पूछे जाने चाहिए। जिस पिच पर इंग्लैंड के सीमर्स ने इतनी अच्छी गेंदबाजी की, भारत के धुरंधर फेल हो गए। भुवनेश्वर कुमार हों या मोहम्मद शमी या फिर हार्दिक पंड्या... सब पिटे। केवल अर्शदीप सिंह और अक्षर पटेल ही बचे जिन्होंने 7.50 की इकॉनमी से रन दिए।
ओपनिंग जोड़ी से ही बदल गया मैच
सेमीफाइनल के सारे पहलुओं को एक तरफ रखें, केवल ओपनर्स पर फोकस करें। एक तरफ एलेक्स हेल्स और जॉस बटलर की धाकड़ जोड़ी जिसने भारतीय गेंदबाजी की धज्जियां उड़ा दीं। दूसरी ओर केएल राहुल और रोहित शर्मा की जोड़ी पूरे टूर्नमेंट में सबसे धीमी शुरुआत करने वाली जोड़ी है। वर्ल्ड कप 2022 के मैचों में इन दोनों ने 106 गेंदों में सिर्फ 88 रनों की साझेदारी की।
रोहित शर्मा से आगे देखना होगा
भारत के क्रिकेट खेलने का तरीका ही बदल गया है। कप्तान रोहित शर्मा टीम में जान नहीं फूंक पा रहे। शायद T20 टीम को भविष्य के नजरिए से देखने की जरूरत है। BCCI को रीबूट करना होगा। रोहित से परे देखने की जरूरत है। नौजवान प्लेयर्स की संख्या बढ़ानी होगी और मैनेजमेंट को थोड़ा बोल्ड होना पड़ेगा। इसकी गारंटी नहीं कि नए चेहरे फौरन ही चल जाएंगे मगर इस बूढ़ी होती टीम से तो कुछ भी नहीं हो पा रहा।
हार्दिक पंड्या में दिख रहा T20 का भविष्य
सालभर से द्रविड़ और शर्मा प्रयोग पर प्रयोग किए जा रहे हैं। मैच के बाद रोहित ने कहा कि 'सबकुछ एक्जीक्यूशन के बारे में है।' इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में हार्दिक पंड्या ने लाज बचा ली। उन्हीं में फैन्स में भारतीय T20 क्रिकेट का भविष्य दिख रहा है। भारत इस टूर्नमेंट में उन चुनौतियों से उभर ही नहीं सका जो काफी वक्त से उसका पीछा कर रही हैं।
इन गलतियों को दोहराने से बचना होगा
केएल राहुल, रोहित शर्मा और विराट कोहली... इन्हीं टॉप 3 पर अड़े रहने की जिद छोड़नी होगी। दीपक हुड्डा ने टॉप 3 में खेलते हुए शानदार शतक लगाया तो उन्हें फौरन डिमोट कर दिया गया। अगर जसप्रीत बुमराह चोटिल न हुए होते तो मोहम्मद शमी जैसा गेंदबाज देश में ही रह जाता। अक्षर पटेल की जगह युजवेंद्र चहल जैसे और आक्रामक गेंदबाज को नहीं खिलाया गया। टीम मैनेजमेंट पूरे वर्ल्ड कप में रिस्क लेने से कतराता रहा। ऋषभ पंत को लेकर हां/ना चलता रहा। अगर टीम इंडिया को बेहतर करना है तो इन गलतियों को दोहराने से बचना होगा।