दरभंगा मर्डर केस: ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस के हाथ खाली, सफारी कार को घेरकर बरसाई थीं ताबड़तोड़ गोलियां
बिहार के दरभंगा में बीच रास्ते सफारी कार को घेर कर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई गई। तीन लोगों को कार में ही मौत के घाट उतार दिया गया। इस दौरान ड्राइवर को खरोच तक नहीं आई। पूरे मामले में पुलिस जांच तो कर रही, मगर अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
बहेरी थाना क्षेत्र के निमैठी चौक पर हुए तिहरे हत्या के मामले में एसएसपी अवकाश कुमार ने सिटी एसपी सागर कुमार ने नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन कर दिया है। एफएसएल की टीम भी मुजफ्फरपुर आकर जांच की है। सफारी के अंदर गोली के 14 खोखे ओर 2 जिंदा कारतूस भी मिले हैं। एफएसएल की टीम सैंपल लेकर वापस लौट गई।
सफारी कार में तीन लोगों की हुई थी हत्या
सिटी एसपी सागर कुमार ने डीएमसीएच में इलाजरत घायल चालक कुंदन सिंह से पूछताछ शुरू कर दी है। उसने बताया कि वो अनिल सिंह को साथ लेकर समस्तीपुर के हसनपुर एक शादी समारोह में जा रहा था। इस दौरान निमैठी चौक से पहले करीब 8 से 10 बाइक पर सवार करीब 25 लोगों ने उनकी सफारी को घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दिया। सूत्रों की मानें तो कुछ अपराधियों को पुलिस ने चिन्हित कर लिया है। पुलिस ने बताया है कि समस्तीपुर और बेगूसराय के अपराधियों के भी शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। रास्ते मे लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को भी खंगालने में पुलिस जुटी है।
ड्राइवर को खरोच तक नहीं आई
एसआईटी टीम में शामिल सीएसई अमित कुमार ने मृतक अनिल सिंह के बेटे से भी पूछताछ कर घटना की जानकारी ली। उनके बेटे ने जमीन से संबंधित कारोबारियों की जानकारी दी। अनिल सिंह से किस-किस की दुश्मनी थी, इसकी भी जानकारी डीएसपी को दी है। डीएसपी ने कहा कि फिलहाल अनिल सिंह के बेटे और ड्राइवर के बताए अनुसार अनुसंधान की जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार करीब 50 से ज्यादा राउंड गोली चली। जिसमें अनिल सिंह, उनका भतीजा मनीष सिंह और गार्ड मुन्ना सिंह की मौत हो गई। चालक कुंदन सिंह को एक भी गोली नहीं लगी। जबकि टाटा सफारी के शीशे पर जो गोली के निशान पुलिस को मिले हैं, उसमें ड्राइवर की तरफ से गोलियों के कई छेद मिले हैं।