पटना: तेजस्वी के साथ नीतीश की नजदीकियों से घबराई भाजपा? क्या उसी का रिएक्शन है CBI की रेड!
पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद के 16 ठिकानों पर आज केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की अलग-अलग टीमों ने एक साथ छापेमारी की। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद के पटना, दिल्ली और गोपालगंज समेत 17 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद के 16 ठिकानों पर आज केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की अलग-अलग टीमों ने एक साथ छापेमारी की। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद के पटना, दिल्ली और गोपालगंज समेत 17 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई है। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर भी CBI की टीम ने छापेमारी की है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी आवास में ही हैं। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि यह मामला लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर रिश्वत लेने, जमीन और संपत्ति लेने से जुड़ा है, जिसकी जांच के मामले में छापेमारी की गई है। सीबीआई की इस कार्रवाई के राजनीतिक मायने भी निकाले जाने लगे हैं।
राबड़ी आवास पर पहुंचे आरजेडी के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह ने आरोप लगाया कि यह पूरी कार्रवाई राजनीतिक है। सुनील सिंह से जब छापेमारी की टाइमिंग पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि देश में सभी को मालूम है कि सीबीआई अपनी मर्जी से एक गिलास पानी भी नहीं पी सकती है। सीबीआई पूरी तरह से केंद्र सरकार का तोता है। उन्होंने कहा कि 17 साल से आरजेडी सत्ता से बाहर है। इसके बाद भी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है। पिछले कुछ दिनों में तेजस्वी यादव की लोकप्रियता जिस रूप में बढ़ी है उससे बीजेपी के मन में डर समा गई है कि कहीं आरजेडी सरकार ना बना ले। एमएलसी सुनील सिंह ने इशारों में कहा कि बीजेपी भयभीत हो गई है। बीजेपी को हाल के राजनीतिक मुलाकातों से परेशानी होने लगी है। यह कार्रवाई बीजेपी के उसी घबराहट का नतीजा है।
वहीं आरजेडी विधायक मुकेश रोशन अपने समर्थकों के साथ राबड़ी आवास के बाहर डंटे दिखे। वह और उनके समर्थक सीबीआई के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी लालू यादव को परेशान करने के लिए सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है। बिहार की जनता सबकुछ समझ रही है।
नीतीश और लालू फैमिली के बीच नजदीकी से बीजेपी घबरा गई है ?
आरजेडी नेताओं की ओर से सवाल उठाए जाने के बाद पटना के राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव की फैमिली के बीच नजदीकी से बीजेपी घबरा गई है। इसलिए वह सीबीआई कार्रवाई के जरिए लालू यादव और उनकी फैमिली को परेशान करने की कोशिश की जा रही है।
कई मुद्दों पर तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार के सुर एक साथ दिखे
पिछले कुछ महीनों में कई ऐसे मुद्दे हैं जिसपर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुर एक साथ दिखे। धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने के मसले पर बीजेपी देशभर में आक्रामक दिखी वहीं जेडीयू और आरजेडी ने एक सुर में इसका विरोध किया। जातीय जनगणना के मुद्दे पर तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार लगातार एक ही बात कह रहे हैं। बिहार में जातीय जनगणना कराने को लेकर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की अलग से मुलाकात हो चुकी है।
कई बार मिले नीतीश और तेजस्वी
राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सरकारी आवास से पैदल चलकर पहुंचे थे। तेजस्वी यादव आगे आकर नीतीश कुमार की अगवानी करते दिखे थे। इतना ही नहीं, राबड़ी आवास पर नीतीश कुमार को लालू फैमिली के साथ बिठाया गया था। इस मुलाकात के बाद तेजप्रताप यादव ने कहा था कि बिहार में खेला होने वाला है।
इसके बाद जेडीयू की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में भी तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार काफी घुलमिल कर बात करते दिखे थे। जातीय जनगणना के मुद्दे पर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव अलग से करीब एक घंटे मुलाकात की थी। ये तमाम मौके हैं जब सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच नजदीकियां देखने को मिली। हालांकि जेडीयू की ओर से इन मुलाकातों को औपचारिक बताया गया। लेकिन आरजेडी बिहार राजनीतिक होने की बातें कहती रही है।
क्या बोली बीजेपी CBI रेड पर
रेलवे में जमीन के बदले जॉब मामले में लालू यादव के 17 ठिकानों पर सीबीआई छापेमारी पर बीजेपी ने कहा है कि कानून किसी राजनीति से प्रेरित होकर कार्रवाई नहीं करती है। बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि कानून अपना काम करती है। रेलवे भर्ती में गड़बड़ी के मामले में सीबीआई पहले से जांच कर रही है। रेलवे में हुए घोटाले और भ्रष्टाचार के मामले में जो भी दोषी होंगे सीबीआई निष्पक्ष तरीके से उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है और आगे भी करेगी। पूरे देश के अंदर इस मामले में छापेमारी हो रही है। जिनकी भी संलिप्ता होगी, उन सबके ऊपर कार्रवाई होगी।