शराबबंदी वाले बिहार में शराब पीने से नवादा में 6 की मौत तो बेगूसराय में 2 की गई जान, नवादा में शवों को जला दिया तो बेगूसराय में पुलिस ने अंतिम संस्कार रोका
बिहार में शराबबंदी है, यहां किसी भी तरह की शराब पीना कानून अपराध है, फिर भी राज्य में धड़ल्ले से शराब पी जा रही है। गरीब तबके के लोग सस्ती और स्थानीय स्तर पर बनाई गई शराब पीते हैं और जान से हाथ धो बैठते हैं। ऐसी ही घटनाएं नवादा और बेगूसराय जिले में हुई हैं। पिछले 48 घंटे में इन दोनों जिलों में जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हो गई। इनमें 6 लोग नवादा जिले में मरे तो 2 बेगूसराय में। नवादा में 7 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं तो बेगूसराय में एक।
नवादा जिले के सदर प्रखंड की भदौनी पंचायत के गोंदापुर उससे सटे खरीदी बिगहा गांव में पिछले 48 घंटे के भीतर छह से अधिक लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई। शराब पीने से सात लोग गंभीर रूप से बीमार भी हैं, जिनकी हालत गंभीर देख पटना रेफर किया गया है। हालांकि मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। सभी शवों का उनके परिजनों ने दाह संस्कार कर दिया है। पुलिस का कहना है कि उसके पास जहरीली शराब पीने से किसी की मौत की सूचना नहीं आई है।
नवादा में मरने वालों की पहचान भदौनी पंचायत के गोंदापुर और खरीदी बिगहा निवासी निवासी अजय यादव, रामदेव यादव, लोहा सिंह, शक्ति सिंह, शैलेंद्र यादव और प्रभाकर कुमार गुप्ता के रूप में हुई है। अधिकतर मृृतक के परिजन मौत के कारणों के बारे में बोलने से परहेज कर रहे हैं। एक मृृतक शक्ति सिंह के परिजन ने बताया कि जहरीली शराब पीने के कारण उसकी मौत हुई है। कल शाम शराब पीने के बाद वह सोया तो उठ नहीं पाया।
भदौनी पंचायत की मुखिया आब्दा आजमी ने बताया कि दो दिनों के भीतर जहरीली शराब पीने के कारण कई लोगों की मौत हुई है। कहा है कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही से मौत हुई है। अवैध ढंग से खुलेआम जहरीली शराब की बिक्री होती रही है, जिसके चलते लोगों की जान गई है। सदर अस्पताल में किसी पीड़ित को भर्ती नहीं कराया गया है। पुलिस प्रशासन मामले की जांच कर रही है।
उधर, बेगूसराय के बखरी थाना क्षेत्र के गोढ़ियारी गांव में भी में जहरीली शराब पीने से 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है। तीनों ने मंगलवार दोपहर देसी शराब पी थी। घर आते ही तीनों की तबीयत बिगड़ने लगी। जब तक घर वाले कुछ समझ पाते 3 में से एक ने घर में और दूसरे ने अस्पताल जाने के दौरान दम तोड़ दिया। तीसरे को एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बुधवार सुबह 9 बजे परिजन शवों को अंतिम संस्कार के लिए चंद्रभागा नदी किनारे उजान बाबा थान श्मशान घाट लेकर गए। तब तक बखरी थाने की पुलिस को इसकी भनक लग गई। पुलिस दलबल के साथ वहां पहुंची और शवों को अंतिम संस्कार करने से रोक दिया।
शराब से मौत, पुलिस ने श्मशान घाट से शव उठाए
मृतकों की पहचान गोढ़ियारी के नारायण सहनी के पुत्र राजकुमार सहनी (22 वर्ष) और परमेश्वर चौधरी के बेटे सकलदेव चौधरी (38 वर्ष) के रूप में हुई, जबकि बीमार नारायण सहनी का पुत्र बिरजू सहनी (25) है।बखरी SDM अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि 3 लोगों के शराब पीने की सूचना मिली थी। इसमें से 2 की मौत हुई है। परिजन दोनों शवों के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, जिसे पुलिस-प्रशासन द्वारा रोक दिया गया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
अब लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के दायरे में पूरा लखनऊ जिला होगा। कैंट और औद्योगिक विकास प्राधिकरण (लीडा) को छोड़कर लखनऊ का कोई भी गांव हो या मजरा सभी ज...
राजधानी लखनऊ के कुछ व्यस्ततम चौराहों पर आज भी ट्रैफिक की समस्या जस की तस। उमस भरी इस गर्मी में घंटों जाम से जूझते हैं लोग। इस समस्या से निजात पाने की ...
लखनऊ के सूर्या सिटी में देर रात 2 चोरों ने एक घर से लाखों की ज्वेलरी और नगदी चोरी की है। पीड़ित ने इंदिरा नगर थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई है। घटन...