अखिलेश की धर्मनिरपेक्षता पर स्वामी प्रसाद मौर्य का तंज, कहा- इनकी पूजा देख भाजपा भी शरमा जाए
स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) अब अपनी नई पार्टी बनाने जा रहे हैं। स्वामी अपने समर्थकों के साथ 22 फरवरी को दिल्ली में नए राजनीतिक संगठन या पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। हालांकि उन्होंने सोमवार (19 फरवरी) को मीडिया से कहा कि हमने कार्यकर्ताओं पर आगे का निर्णय छोड़ दिया है। अब कार्यकर्ता तय करेंगे उन्हें क्या करना है।
लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव की पार्टी में फूट पड़ना जारी है। सपा के दिक्कज स्वामी प्रसाद मौर्य के महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद से ही पार्टी में आए दिन नेताओं द्वारा सपा को छोड़ने का सिलसिला जारी हैं। इन सबके बीच अब मौर्य ने अब विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा के बाद अब मौर्य ने अपने घर पर एक बड़ी प्रेस कांफ्रेस बुलाई है और सपा पर जमकर बरसे।
नई पार्टी बनाने जा रहे स्वामी प्रसाद मौर्य!
बताते चलें कि स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) अब अपनी नई पार्टी बनाने जा रहे हैं। स्वामी अपने समर्थकों के साथ 22 फरवरी को दिल्ली में नए राजनीतिक संगठन या पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। हालांकि, उन्होंने सोमवार (19 फरवरी) को मीडिया से कहा कि हमने कार्यकर्ताओं पर आगे का निर्णय छोड़ दिया है। अब कार्यकर्ता तय करेंगे उन्हें क्या करना है।
नए राजनीतिक संगठन के साथ सामने आ सकते हैं मौर्य
चर्चा यह भी है कि पीडीए (पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक) नेताओं को जोड़कर स्वामी प्रसाद मौर्य एक नए राजनीतिक संगठन के साथ सामने आ सकते हैं। इसमें सपा के उनके समर्थक भी शामिल हो सकते हैं।
इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा अध्यक्ष अखिलेश के बयान- ‘लाभ लेकर तो सभी चले जाते हैं’, पर टिप्पणी देते हुए कहा था ‘विपक्ष में रहकर शेखचिल्ली बघारना ठीक नहीं है। उन्होंने जो भी दिया है वह मैं उन्हें सम्मान के साथ वापस कर दूंगा।’ स्वामी सपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव से भी खासे नाराज दिखे। कहा कि उनकी भाषा में न सम्मान है न बातचीत का सलीका और तरीका आता है।