जानें क्यों आज अफगानिस्तान की टीम अपनी होगी, न्यूजीलैंड से है मुकाबला
अफगानिस्तान यह मैच जीतता है तो भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने के दरवाजे खुल जाएंगे। वहीं अगर न्यूजीलैंड की टीम जीत हासिल करती है तो भारत का रास्ता बंद हो जाएगा। भारतीय समर्थक भी इस मैच में अफगानिस्तान के साथ हैं।
टी-20 वर्ल्ड कप में रविवार को पहले मैच में अफगानिस्तान का सामना न्यूजीलैंड से होगा। यह मैच टीम इंडिया के लिए काफी महत्वपूर्ण है। अगर अफगानिस्तान यह मैच जीतता है तो भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने के दरवाजे खुल जाएंगे। वहीं अगर न्यूजीलैंड की टीम जीत हासिल करती है तो भारत का रास्ता बंद हो जाएगा। भारतीय समर्थक भी इस मैच में अफगानिस्तान के साथ हैं। सोशल मीडिया पर यह समर्थन अभी से ही देखा जा रहा है।
दोनों टीमों के लिए मुकाबला अहम
न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान दोनों टीमें अब भी सेमीफाइनल की होड़ में बनी हुई हैं। न्यूजीलैंड के लिए समीकरण सीधा है। उसे मैच जीतना है और सेमीफाइनल में एंट्री करनी है। अफगानिस्तान को सेमीफाइनल की आस कायम रखने के लिए बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी होगी। अफगानिस्तान की जीत से भारत को भी काफी फायदा होगा। भारत का आखिरी मैच सोमवार को नामीबिया से है। अगर अफगान टीम आज जीतती है तो भारत की टीम को नामीबिया के खिलाफ मैच से पहले यह पता होगा कि उसे किस अंतर से जीत हासिल करनी है।
नॉकआउट मैचों में खराब रिकॉर्ड
हाल के रिकॉर्ड्स की बात की जाय तो साल 2019 के वर्ल्ड कप में न्यूज़ीलैंड की टीम फाइनल में पहुंची थी. लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया फाइनल टाई रहा था. बाद में सुपर ओवर में इंग्लैंड को जीत मिल गई. टी-20 और वनडे के ओवर ऑल रिकॉर्ड पर नज़र डाले तो न्यूजीलैंड को अब तक नॉकआउट मैचों, यानी सेमीफाइनल, फाइनल और क्वार्टर फाइनल के 44 मैचों में से सिर्फ 13 में जीत मिली है. जबकि उन्हें इस दौरान 30 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. यानी करीब 68 फीसदी नॉकआउट मैचों में न्यूजीलैंड की हार हुई है. ये किसी भी बड़ी टीम के मुकाबले न्यूजीलैंड का सबसे खराब रिकॉर्ड है.
पिच एंड कंडीशंस
इस मैदान पर कुछ हाई-स्कोरिंग मैच हुए हैं, लेकिन पावरप्ले में कम स्कोर भी इस मैदान की सच्चाई है। यहां तेज गेंदबाजों को शुरुआत में मदद मिलती है। लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा, पिच फ्लैट होती जाएगी।
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड टी-20 इंटरनेशनल मैच में एक दूसरे से कभी नहीं भिड़े हैं। 2015 और 2019 के वन-डे वर्ल्ड कप में इन दोनों टीमों के बीच दो मुकाबले हुए हैं और दोनों में कीवी टीम ने ही जीत हासिल की है।