'हम एनआरसी लागू नहीं होने देंगे', कोलकाता में टीएमसी की विशाल रैली में बोलीं ममता बनर्जी
रैली का मुख्य विषय केंद्र सरकार द्वारा राज्य की वित्तीय बकाया राशि को कथित तौर पर रोकने के ईर्द-गिर्द है, जो पिछले दो साल से राज्य की राजनीति में एक विवादित मुद्दा रहा है।
कोलकाता के मशहूर ब्रिगेड परेड ग्राउंड में आज तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की एक विशाल रैली शुरू हुई। इस रैली के साथ ही टीएमसी अपने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान का आगाज हो गया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में आयोजित ब्रिगेड जनसभा के लिए ब्रिगेड परेड ग्राउंड पहुंची। तृणमूल कांग्रेस ने ब्रिगेड परेड ग्राउंड से 2024 के चुनाव अभियान की शुरुआत की।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ‘जन गर्जन सभा’ नामक इस विशाल रैली में लोगों को संबोधित किया। कहा कि हम एनआरसी लागू नहीं होने देंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में आयोजित ब्रिगेड जनसभा के लिए ब्रिगेड परेड ग्राउंड पहुंची। तृणमूल कांग्रेस ने ब्रिगेड परेड ग्राउंड से 2024 के चुनाव अभियान की शुरुआत की।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ‘जन गर्जन सभा’ नामक इस विशाल रैली में लोगों को संबोधित किया। कहा कि हम एनआरसी लागू नहीं होने देंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं आज बंगाल के 42 लोकसभा सीटों के लिए तृणमूल के 42 उम्मीदवारों को सामने लेकर आऊंगी।'
ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस उत्तर प्रदेश में लोकसभा की एक सीट से चुनाव लड़ने के लिए सपा के अखिलेश यादव से बातचीत कर रही है। उन्होंने कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय पर निशाना साधते हुए कहा, 'मैं न्यायपालिका का सम्मान करती हूं, लेकिन कुछ जजों ने भाजपा एजेंट के तौर पर काम किया।'
इससे पहले तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा, 'मैं इस ब्रिगेड रैली से भाजपा को कहना चाहता हूं, 'जन गन का गर्जन, बंगाल से विरोधी का विसर्जन' ...।
बता दें, रैली का मुख्य विषय केंद्र सरकार द्वारा राज्य की वित्तीय बकाया राशि को कथित तौर पर रोकने के ईर्द-गिर्द है, जो पिछले दो साल से राज्य की राजनीति में एक विवादित मुद्दा रहा है। पार्टी के लाखों समर्थकों और मंडल स्तर के कई नेताओं को अलग-अलग शहरों से सुबह से ही ‘दीदी’ नाम से लोकप्रिय ममता बनर्जी को सुनने के लिए परेड ग्राउंड की ओर जाते हुए देखा गया।
लंबे समय बाद ब्रिगेड परेड ग्राउंड में रैली
पार्टी नेता फिरहाद हाकिम ने कहा, ‘हम लंबे समय बाद ब्रिगेड परेड ग्राउंड में रैली आयोजित कर रहे हैं। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम होने जा रहा है। हमारी पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी एक संदेश देंगी जिसे हम पश्चिम बंगाल के हर गली-नुक्कड़ तक लेकर जाएंगे और राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर भाजपा की हार सुनिश्चित करेंगे।’
2019 के लोकसभा चुनाव में सीटों की संख्या हुई थीं कम
ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान परेड मैदान के रूप में स्थापित ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड ग्राउंड पर तृणमूल कांग्रेस की विशाल रैली इसलिए भी महत्व रखती है क्योंकि यह जनवरी 2019 में सभा के बाद से इस मैदान पर इतने बड़े पैमाने पर पार्टी की पहली रैली है। 2019 में हुई सभा में 19 विपक्षी दलों के नेता एकजुटता दिखाते हुए एक साथ आए थे। जमीनी स्तर पर मजबूत संगठन होने के बावजूद 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की सीटों की संख्या 34 से गिरकर 22 रह गई थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य में 18 सीटें हासिल की थीं।
तृणमूल के सूत्रों ने अन्य राजनीतिक दलों विशेषकर भाजपा से बड़े दलबदल की संभावना जतायी है। राज्य में 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद से आठ विधायक और दो सांसद सत्तारूढ़ दल में शामिल हुए हैं।
भाजपा का वार
इस बीच, भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस की रैली का उपहास उड़ाते हुए इसे पार्टी की विदाई रैली करार दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल नेताओं को गुंडा तथा भ्रष्ट बताया और उनके आसन्न पतन का दावा किया।
बताया जा रहा है कि तृणमूल की इस रैली के जवाब में भाजपा की संदेशखाली में एक रैली करने की योजना है, जहां तृणमूल नेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं।