योगी ने विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A को बताया डॉट डॉट ग्रुप
कुछ दिन पहले बेंगलुरु में जुटे विपक्ष के नेताओं ने I.N.D.I.A नाम से गठबंधन बनाया। इसे 2024 से पहले NDA vs I.N.D.I.A के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है। संसद के मॉनसून सत्र में विपक्षी दल मणिपुर के मुद्दे पर एकजुट दिख रहे हैं। अब योगी आदित्यनाथ ने इस ग्रुप को डॉट डॉट ग्रुप कहा है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A को 'डॉट डॉट ग्रुप' कहा है। दरअसल, नाम भले ही इंडिया हो लेकिन इसमें I, N, D, I, A अक्षर के अलग-अलग फुलफॉर्म हैं। योगी ने इसी पर कटाक्ष किया है। जी हां, समाचार एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में जब इस नए गठबंधन के बारे में पूछा गया तो योगी ने तंज कसते हुए कहा, 'इसे इंडिया नहीं बोलना चाहिए। ये जो dot dot dot ग्रुप है...चोला बदलने से पिछले कर्मों से मुक्ति नहीं मिल जाएगी।' करीब 26 विपक्षी दलों ने भाजपा के नेतृत्व वाले NDA से मुकाबला करने के लिए 'इंडिया' गठबंधन बनाया है। हाल में पीएम मोदी ने कई आतंकी संगठनों के नाम गिनाते हुए कहा था कि इंडिया नाम तो इंडियन मुजाहिदीन में भी है।
दो दिन पहले खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कहा था कि चोला बदलने से आपके कर्म नहीं बदल जाते हैं। जो कर्म आपके रहे हैं, वह देश जानता हैं। उन्होंने कहा, ‘UPA (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) को आप आई.एन.डी.आई.ए (इंडिया) का चोला पहना भी लेंगे, तो लोग यही कहेंगे कि ये वही लोग हैं जो कभी कहते थे- 'इंदिरा इज इंडिया एंड इंडिया इज इंदिरा'।’
ममता सरकार पर बरसे योगी
एएनआई को दिए इंटरव्यू में कानून-व्यवस्था के हालात पर योगी ने ममता सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि मैं पिछले सवा छह वर्ष से अधिक समय से उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं और 2017 से उत्तर प्रदेश में कोई दंगा तो नहीं हुआ। ये बड़ी-बड़ी बातें करने वाले लोग देखें तो कैसे चुनाव होने हैं।
दोहरा रवैया क्यों?
योगी ने कहा कि नगर निकाय, पंचायत चुनाव, यूपी का विधानसभा चुनाव... और वेस्ट बंगाल में अभी पंचायत के चुनाव हुए थे क्या हाल हुए थे? वे लोग वेस्ट बंगाल बनाना चाहते हैं देश को। जिस प्रकार से वेस्ट बंगाल में टीएमसी की सरकार ने किया था। कुछ लोग सत्ता में आकर जबरन पूरी व्यवस्था को कैद कर देना चाहते हैं... और जो वेस्ट बंगाल में देखने को मिला। कैसे वहां विरोधी दलों के कार्यकर्ताओं को मारा गया। ये चीजें आंखों को खोलने वाली हैं। इस पर कोई बोलता नहीं है। 1990 में कश्मीर में जो कुछ हुआ, उस पर सब लोग मौन थे। आखिरी ये दोहरा दृष्टिकोण क्यों?