ग्रेजुएशन की छात्रा निर्विरोध बनी जिला पंचायत अध्यक्ष
बलरामपुर में 21 वर्षीय बीए तृतीय वर्ष की छात्रा आरती तिवारी ने निर्विरोध प्रदेश में सबसे कम उम्र की जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का रिकार्ड बनाया है।
बलरामपुर में 21 वर्षीय बीए तृतीय वर्ष की छात्रा आरती तिवारी ने निर्विरोध प्रदेश में सबसे कम उम्र की जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का रिकार्ड बनाया है। एकल नामांकन के कारण आरती तिवारी का अध्यक्ष बनना तय हो गया है। हालांकि जीत की औपचारिक घोषणा और प्रमाण पत्र उन्हें 29 जून को नाम वापसी के बाद दिया जाएगा। सपा प्रत्याशी किरन यादव तय समय में नामांकन के लिए कलेक्ट्रेट नहीं पहुंच सकीं।
भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व में सबसे कम उम्र की छात्रा को पार्टी का प्रत्याशी बनाकर सबको चौंका दिया था। शनिवार को नामांकन के दौरान भाजपा के कई दिग्गज नेता उनके साथ मौजूद थे। करीब डेढ़ बजे कलेक्ट्रेट में आरती तिवारी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए सांसद बृजभूषण शरण सिंह, पंचायत चुनाव प्रभारी सुधीर हलवासिया, सदर विधायक पल्टूराम, तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला, गैसड़ी विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू, उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह, महामंत्री वरुण सिंह मोनू, डॉ. अजय सिंह पिंकू, श्याम मनोहर तिवारी, बृजेन्द्र तिवारी, मीडिया प्रभारी डीपी सिंह व संदीप उपाध्याय समेत तमाम लोग कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर मौजूद रहे।
बड़ी ही सादगी के साथ आरती ने अपने अनुमोदक व प्रस्तावक के साथ डीएम श्रुति को अपना नामांकन पत्र सौंपा। बाहर निकलने के बाद उन्होंने सभी प्रतिनिधियों के साथ विजयी मुद्रा में हर्ष जताया। इस संबंध में डीएम श्रुति ने बताया कि एकल नामांकन के चलते आरती का निर्विरोध अध्यक्ष बनना तय हो गया है। उनके जीत की औपचारिक घोषणा तथा प्रमाण पत्र आगामी 29 जून को नाम वापसी की समय सीमा समाप्त होने के बाद की जाएगी।
गेट पर गाड़ी रोके जाने से नाराज हुए जिलाध्यक्ष, दी धरने की चेतावनी
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नामांकन के दौरान पार्टी प्रत्याशी आरती तिवारी के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में जा रहे भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह की गाड़ी पुलिस ने गेट पर ही रोक दी। गाड़ी रोकने से नाराज जिलाध्यक्ष ने पुलिसकर्मियों से नोक झोंक करते हुए धरने पर बैठने की चेतावनी भी दे डाली। इसी बीच सदर विधायक पल्टूराम व तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला मौके पर पहुंचे और अध्यक्ष को समझा बुझाकर अपने साथ परिसर में ले गए।
सपा प्रत्याशी के अपहरण व पर्चा छीनने का आरोप
बलरामपुर। घंटों हंगामा करने के बाद भी सपाई जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अपने प्रत्याशी किरन यादव का पर्चा दाखिल नहीं करा सके। सपाइयों ने पुलिस व प्रशासन पर प्रत्याशी को नजरबंद करने तथा अपहरण कर पर्चा छीनने का आरोप लगाया है। कलेक्ट्रेट के पास सपाइयों ने धरना देकर शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सपाइयों ने पुलिस के साथ धक्का मुक्की भी की। सारे प्रयासों के बाद भी सपाई अपनी पार्टी प्रत्याशी को तय समय सीमा में नामांकन के लिए कलेक्ट्रेट परिसर तक नहीं पहुंचा सके।
कलेक्ट्रेट गेट पर धरना देते हुए सपा नेता व पूर्व मंत्री डॉ. एसपी यादव ने कहा कि पुलिस ने शुक्रवार रात में ही पार्टी प्रत्याशी किरन यादव को घर पर ही नजरबंद कर लिया। शनिवार सुबह तुलसीपुर एसडीएम व पुलिस किरन को गाड़ी में लेकर नामांकन कराने के लिए निकली। रास्ते में महराजगंज तराई स्थित पेट्रोल पंप पर रोक कर पुलिस गाड़ी की तलाशी लेने लगी।
चेकिंग के नाम पर घंटों रोके रखा गया। मौके पर जिलाध्यक्ष राम निवास मौर्य, पूर्व विधायक मशहूद खां व पूर्व ब्लाक प्रमुख शफीक अहमद आदि से पुलिस की तीखी नोकझोंक भी हुई। वहां से कड़ी सुरक्षा में निकलीं प्रत्याशी की गाड़ी दोपहर तीन बजे तक कलेक्ट्रेट नहीं पहुंच सकी। पूर्व मंत्री का आरोप था कि प्रशासन ने प्रत्याशी का अपहरण कर लिया है तथा उसका पर्चा भी छीन लिया।
पार्टी प्रदेश सरकार की इस दमनकारी नीति का सड़क पर उतरकर विरोध करेगी। धरने में पूर्व विधायक जगराम पासवान, अनवर महमूद, इकबाल जावेद फ्लावर, परवेज उमर, गुरुदास सरोज, ओंकार नाथ पटेल, भानू त्रिपाठी, फिरोप पप्पू तथा मुशीर खान समेत तमाम सपाई मौजूद रहे।
चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नामांकन को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। नामांकन के दौरान किसी भी तरह की अराजकता न फैले इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया था। नामांकन स्थल कलेक्ट्रेट गेट सहित प्रमुख मार्ग पर दोपहर तीन बजे तक एसडीएम सदर अरूण कुमार गौड़, सीओ आरआर सिंह, सीओ सिटी वरुण मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ जुटी रही।
सारे आरोप निराधार
सपाइयों द्वारा लगाए गए सारे आरोप झूठे व निराधार हैं। किसी प्रत्याशी का अपहरण व पर्चा छीनने की बात कोरी अफवाह है। तय समय सीमा में कोई सपा प्रत्याशी न तो नामांकन करने पहुंचा और न ही उसने व उनके परिजन ने किसी तरह की शिकायत की है।
अरुण कुमार शुक्ल, एडीएम/उप जिला निर्वाचन अधिकारी बलरामपुर