सीतापुर में भाजपा और सपा प्रत्याशी के बीच मुकाबला
सीतापुर में छिटपुट गहमागहमी के बीच शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए पर चार दावेदारों ने नामांकन किया।
सीतापुर में छिटपुट गहमागहमी के बीच शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए पर चार दावेदारों ने नामांकन किया। भाजपा से श्रद्धा सागर और सपा से अनीता राजवंशी ने पर्चा दाखिल किया। चंद्रप्रभा और प्रीती सिंह ने बतौर स्वतंत्र उम्मीदवार दावेदारी ठोकी। लालबाग चौराहे के निकट लगी बैरीकेडिंग पर कुछ समय के लिए भाजपा और सपा के कार्यकर्ताओं के बीच हल्की नारेबाजी हुई। किसी भी दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं को बैरीकेडिंग पार नहीं करने दिया गया। सिर्फ प्रत्याशी और प्रस्तावकों को ही प्रवेश दिया गया।
नामांकन को लेकर शुक्रवार रात से ही तैयारियां शुरू हो गई थीं। लालबाग-आंख अस्पताल मार्ग को बंद करने के लिए बैरीकेडिंग होने लगी थी। शनिवार सुबह कलेक्ट्रेट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया। परिसर के साथ ही इर्द-गिर्द भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। प्रेमनगर व सूचना कार्यालय मार्ग पर भी एहतियातन पुलिस मुस्तैद कर दी गई।
सबसे पहले करीब दोपहर पौने 12 बजे सपा की उम्मीदवार अनीता राजंवशी लाव लश्कर के साथ आईं। लालबाग चौराहे के आंख अस्पताल मार्ग पर लगी बैरीकेडिंग पर उनका काफिला रुका। उनके साथ आए सपा के दिग्गज आसपास बनी दुकानों की टीन शेड के नीचे खड़े हो गए। अनीता प्रस्तावकों के साथ डीएम कोर्ट में नामांकन करने चली गईं। उन्होंने दो सेट में पर्चा दाखिल किया।
अनीता के पर्चा दाखिल करके बाहर निकले से पहले ही भाजपा का खेमा भी आ गया। सपा की तरह भाजपा के नेता और कार्यकर्ता भी बैरीकेडिंग पर रुक गए और प्रत्याशी श्रद्धा सागर प्रस्तावकों के साथ पर्चा दाखिल करने चली गईं। श्रद्धा ने तीन सेट में नामांकन किया। इसके बाद बतौर निर्दल उम्मीदवार चंद्रप्रभा और प्रीती सिंह ने एक-एक सेट में पर्चा भरा। एडीएम विनय पाठक ने बताया कि सात सेट में कुल चार नामांकन हुए हैं। उन्होंने बताया कि सभी नामांकन पत्र सही मिले हैं। नामांकन पत्रों को निर्वाचन आयोग भेज दिया गया है।
भाजपा और सपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई नारेबाजी
सपा की उम्मीदवार अनीता नामांकन करने डीएम कोर्ट चली गईं। एमएलसी आनंद भदौरिया, विधायक नरेंद्र वर्मा, जिलाध्यक्ष छत्रपाल यादव, पूर्व विधायक अनूप गुप्त, रामपाल राजवंशी, जासमीर अंसारी, मनीष रावत, झीन बाबू, पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल आदि नेता और कार्यकर्ता बैरीकेडिंग के निकट खड़े हो गए। इसी बीच सांसद राजेश वर्मा, विधायक ज्ञान तिवारी, सुरेश राही, सुनील वर्मा, महेंद्र सिंह यादव, जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा आदि श्रद्धा सागर को लेकर आ गए।
नामांकन करने गईं श्रद्धा के वापस आने के इंतजार में भाजपा नेता भी सपाइयों के बगल में ही थोड़ा फासला बनाकर खड़े हो गए। काफी देर तक दोनों दोनों खेमों में शांती बनी रही। आनंद भदौरिया की प्रेस ब्रीफिंग शुरू होते ही भाजपाइयों ने नारेबाजी शुरू कर दी। जवाब में सपाई भी नारेबाजी करने लगे। श्रद्धा सागर के वापस आते ही भाजपाई चले गए। इसके कुछ देर बाद सपा का काफिला भी रवाना हो गया।
पास में खड़े रहे नेता, नहीं हुई दुआ सलाम
समाज को भाईचारा और मोहब्बत का पैगाम देने वाले नेता, लोकनीति के प्रति कितना सजग हैं, इसकी बानगी नामांकन के दौरान देखने को मिली। सपा और भाजपा के नेता नामांकन करने गईं उम्मीदवारों की प्रतीक्षा में लालबाग चौराहे के निकट थोड़े फासले पर खड़े थे, लेकिन न तो किसी भाजपाई ने सपा नेता और न ही किसी सपाई ने भाजपा नेता से दुआ सलाम की। खड़े पड़ोस में थे, लेकिन मन में कोसों की दूरी थी।
सपाइयों नेआरोप जड़ा उत्पीड़न का
नामांकन के दौरान सपाइयों ने भाजपा पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। एमएलसी आनंद भदौरिया, रामपाल राजवंशी व छत्रपाल यादव ने कहा कि भाजपा सत्ता की ताकत के बल पर चुनाव में प्रशासन और पुलिस का इस्तेमाल कर रही है। सपा से जीते जिला पंचायत सदस्यों का उत्पीड़न किया जा रहा है। बाकी जिला पंचायत सदस्यों पर भी भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में ही वोटिंग करने का दबाव बनाया जा रहा है। आनंद भदौरिया ने उत्पीड़न के कई मामले गिनाते हुए कहा कि सत्ता की ताकत सपा का मनोबल नहीं कम कर पाएगी। पूर्व मंत्री व महमूदाबाद विधायक नरेंद्र वर्मा ने कहा कि वह पार्टी समर्थित उम्मीदवार के समर्थन में सत्ता के खिलाफ लड़ रहे हैं।
सुरक्षा के रहे कड़े बंदोबस्त
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए होने वाले नामांकन को लेकर पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। खुद डीएम विशाल भारद्वाज, एसपी आरपी सिंह पूरे माहौल पर नजर बनाए हुए थे। शहर कोतवाल टीपी सिंह, खैराबाद एसओ अंबर सिंह, एसओ इमलिया सुल्तानपुर इंद्रजीत सिंह, एसओ रामकोट संजीत सोनकर, एसओ मानपुर, कोतवाल महोली, एसओ हरगांव समेत कई थानों की फोर्स सुबह 10 बजे से ही अपने प्वाइंटों पर मुस्तैद हो गई थी और शाम तक नामांकन के बाद तक अलर्ट मोड पर रही।