चित्रकूट जेल अधीक्षक समेत 3 अफसर अरेस्ट, अब्बास अंसारी और निकहत की कराई थी गुपचुप मुलाकात
चित्रकूट जेल कांड के बाद सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी को कासगंज की जेल में ट्रांसफर कर दिया गया है। वहीं, उसकी पत्नी निकहत अंसारी चित्रकूट जेल में ही बंद है। दोनों की गुपचुप मुलाकात कराने के मामले में रिश्वत लेने वाले सात जेल अफसरों को सस्पेंड किया जा चुका है।
यूपी के चित्रकूट जेल में बंद रहे बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास और बहू निकहत की मुलाकात मामले में एक बड़ा अपडेट आया है। पुलिस ने इस केस में तीन और जेल अफसरों को अरेस्ट कर लिया है। इनमें चित्रकूट जेल के अधीक्षक अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार सिंह और वार्डर जगमोहन शामिल हैं। इन तीनों पर अब्बास से निकहत अंसारी की मुलाकात कराने के लिए उसके ड्राइवर नियाज से रिश्वत लेने का आरोप है।
प्रयागराज जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर ने बताया कि पुलिस उन साजिशकर्ताओं को बेनकाब करने का काम कर रही है, जिन्होंने नकदी के बदले अब्बास अंसारी और निकहत की मुलाकात कराई थी। ये लोग न केवल बैठक की सुविधा दे रहे थे, बल्कि गवाहों, अभियोजकों और पुलिस अधिकारियों को धमकाने का काम भी कर रहे थे। वे अपने कर्तव्यों के निभाने में बार-बार विफल रहे। 18 जिलों में छापेमारी करने वाली चित्रकूट पुलिस की टीम ने आरोपियों के आवासों से कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं। इनको अदालत में सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।
सात जेल अफसर हो चुके हैं सस्पेंड
वहीं, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस पूरे कारनामे में शामिल रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को बेनकाब करने का काम कर रही है। अब तक पुलिस ने निकहत बानो, ड्राइवर नियाज, सपा जिलाध्यक्ष फराज, उसके साथी नवनीत और चार जेल अधिकारियों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। सात जेल अधिकारियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
कासगंज जेल भेजा गया अब्बास अंसारी
आपको बता दें कि 11 फरवरी को निकहत बानो चित्रकूट जेल के अंदर अपने पति से मिलने गई थी। उसके कब्जे से 12 सऊदी रियाल के साथ दो मोबाइल फोन और 21,000 रुपए बरामद हुए थे। पुलिस ने बाद में निखत की तरफ से जेल में अपने पति से मिलने के लिए इस्तेमाल की गई एसयूवी को जब्त कर लिया। अब्बास अंसारी को बाद में सरकार द्वारा कासगंज जेल में ट्रांसफर कर दिया गया।