अयोध्या में रामपथ के बाद अब 14 कोसी एवं पंचकोसी मार्ग पर मंडलायुक्त का फोकस
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। इसके के साथ राम मंदिर के आसपास के क्षेत्र को खूबसूरत बनाने के लिए रामपथ के बाद अब 14 कोसी एवं पंचकोसी मार्ग पर मंडलायुक्त का फोकस है। सीएम योगी की हर गतिविधि पर नजर है।
रामपथ के बाद मंडलायुक्त गौरव दयाल के एजेंडे में 14 कोसी व पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का चौड़ीकरण आ गया है। अयोध्या विजन की समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त ने अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह एवं लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता एसपी भारती से चौदह कोसी व पंचकोसी परिक्रमा मार्ग की अग्रिम कार्ययोजना एवं सर्वे आदि की रूपरेखा के बारे में जानकारी की। कहा, जिस तरह से रामपथ के लिए लोक निर्माण विभाग एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम का चार्ट जारी किया गया था, उसी प्रकार चौदह कोसी व पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के लिए भी जारी किया जाए।
विशेषज्ञ डिजाइनर के निर्देशों के अनुसार हो रहा है काम
चौड़ीकरण से प्रभावित सभी भूस्वामियों का मूल्यांकन युद्धस्तर पर ड्यूटी लगा कर करने के साथ प्रतिदिन इसकी समीक्षा हो। मंडलायुक्त ने कहा, रामपथ (सहादतगंज से नयाघाट तक) में जहां पर चौराहे हैं वहां पर अधिक भूमि की आवश्यकता होगी, जिसके लिए पहले से ही भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। मंडलायुक्त ने निर्माणाधीन जन्मभूमि पथ (सुग्रीव किला से रामजन्मभूमि मंदिर) की समीक्षा करते हुए कहाकि इसकी गुणवत्ता पा भी विशेष ध्यान दिया जाए। बिना विशेषज्ञ डिजाइनर के कोई भी पत्थर आदि न लगाया जाए।
अयोध्या के विभिन्न मठ मंदिरों आदि में लगेगी फसाड लाइटिंग
जन्मभूमि पथ एक समान दिखने के लिए पत्थर के पैटर्न आदि के संबंध में गहन चर्चा की। बैठक में उपस्थित आर्किटेक्ट के स्तर से पथ में लगने वाले पत्थरों के पैटर्न आदि के संबंध में प्रस्तुतीकरण किया गया। अयोध्या विकास प्राधिकरण ने अयोध्या के विभिन्न मठ मंदिरों आदि में फसाड लाइटिंग आदि के बारे में जानकारी दी। मंडलायुक्त ने कार्यदायी संस्था, लोक निर्माण विभाग, धर्मार्थ कार्य, नगर निगम, नगर विकास, जलनिगम, एयरपोर्ट, पावर कारपोरेशन आदि विभागों की समीक्षा की। नगर आयुक्त विशाल सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह, अपर जिलाधिकारी (भूमि अध्याप्ति) प्रभाकांत अवस्थी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अजय राजा, परियोजना निदेशक आरपी सिंह, कार्यदायी संस्थाओं के प्रमुखगण उपस्थित रहे।