ठंड का प्रकोप, सर्दी से महिला की मौत, अस्पताल में बढ़े हार्ट अटैक के मरीज, सेहत का ऐसे रखें ख्याल
तापमान दो दिन से तीन डिग्री सेल्सियस पर अटका। बाजार सूने शीतलहर ने लोगों को झकझोर दिया। नगर पालिका ने पर्याप्त बंदोबस्त नहीं कराया है। कम से कम सार्वजनिक स्थानों पर अलाव होने चाहिए थे इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
एटा में कड़ाके की ठंड से हर वर्ग प्रभावित है। ठंड के मौसम के चलते एक महिला की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई, जबकि कई लोग सीने में दर्द की शिकायत लेकर मेडिकल कालेज पहुंचे। कड़ाके की ठंड से हर वर्ग प्रभावित है, बाजार सूने हैं। यात्रियों का बुरा हाल हो रहा है, तापमान दो दिन से तीन डिग्री सेल्सियस पर अटका हुआ है। हालांकि अधिकतम तापमान में भी गिरावट आई है।
तापमान में गिरावट से लोग परेशान
एक दिन पूर्व अधिकतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस था जोकि शुक्रवार को 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। गलन भरी सर्दी के बीच हार्ट अटैक के मरीज भी बढ़ रहे हैं। अटैक के कारण कई लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है। सुबह से ही कड़ाके की ठंड रही, शाम के समय सूरज ने दर्शन तो दिए, लेकिन चमक बेहद फीकी रही। सुबह के वक्त कोहरा भी था, मगर अन्य दिनों की अपेक्षा कम था। गलन भरी सर्दी दिनभर छक्के छुड़ाती रही।
शीतलहर ने छुड़ाई कंपकंपी
शीतलहर ने लोगों को झकझोर दिया। जो लोग खुले में काम कर रहे थे, उनका बुरा हाल दिखाई दिया। कड़ाके की ठंड का बाजारों पर भी असर दिखाई दे रहा है। शहर के बाबूगंज, गांधी मार्केट, घंटाघर जैसे व्यस्त बाजारों में ग्राहकों का टोटा रहा। सड़कों पर दिखाई दे रही है अलाव की कमी: कड़ाके की ठंड पड़ रही है और सड़कों पर अलाव की कमी दिखाई दे रही है।
ऐसे करें बचाव
- जिन्हें बीपी की शिकायत है वे हायपर होने से बचें
- बीपी के मरीजों को हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है, इसलिए नमक का इस्तेमाल कम करें
- तैलीय भोजन का इस्तेमाल न करें
- मोटापा बढ़ाने वाले भोजन से भी बचना जरूरी है
- ठंड दूर करने वाले कपड़े पहनें, घर के अलावा कार्यस्थल पर भी वातावरण गर्म रखने की कोशिश करें।
सीने में हुआ तेज दर्द और चली गई महिला की जान
शुक्रवार को ठंड से गांव सरनऊ निवासी 35 वर्षीय सुमन की मौत हो गई। उनके परिवार के लोगों ने बताया कि उनके सीने में दर्द हुआ था और उन्हें मेडिकल कालेज लेकर आए, जहां चिकित्सकों ने बताया कि हार्टअटैक पड़ा है। हार्टअटैक के कारण मेडिकल कालेज आने वाले आधा दर्जन लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इसके अलावा शहर के आगरा रोड निवासी महारानी, जीटी रोड निवासी सादिक तथा सत्येंद्र कुमार भी सीने के दर्द की शिकायत लेकर मेडिकल कालेज पहुंचे, जहां उन्हें भर्ती कर लिया गया। इस बीच मेडिकल कालेज में 1076 मरीज आए, जिनमें तमाम मरीज सर्दी के शिकार थे।
हार्ट, बीपी और शुगर के मरीजों के लिए सर्दी घातक
मेडिकल कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर एवं फिजीशियन डा. एके राठौर ने बताया ठंड हार्ट, बीपी, शुगर के मरीजों के लिए घातक है। इन बीमारियों के पहले से जो मरीज हैं उन्हें अपने इर्द-गिर्द वातावरण गर्म रखना होगा। अगर किसी को हाइपरटेंशन की बीमारी है तो बार-बार रक्तचाप बढ़ेगा। सर्दी के सीजन में नसें सिकुडती हैं और रक्त संचार सुचारू रूप से नहीं हो पाता। लिहाजा हार्ट अटैक की शिकायत आती है।
अटैक, शुगर और बीपी तथा हाइपरटेंशन के मरीजों को लकवा भी हो सकता है। यह समय बहुत ही सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सीने में दर्द की शिकायत को हल्के में न लें और तत्काल ही चिकित्सक की सलाह लें, समय पर अगर उपचार नहीं मिला तो अनहोनी भी हो सकती है। डा. एके राठौर।