पूर्व मंत्री दद्दन मिश्र का निर्विरोध चुना जाना तय
श्रावस्ती। समाजवादी पार्टी का प्रस्तावक अचानक गायब हो गया। जिसके चलते सपा प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने कलेक्ट्रेट नहीं पहुंची।
श्रावस्ती। समाजवादी पार्टी का प्रस्तावक अचानक गायब हो गया। जिसके चलते सपा प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने कलेक्ट्रेट नहीं पहुंची। वहीं इस दौरान भाजपा उम्मीदवार पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद दद्दन मिश्र का एकल नामांकन होने के कारण निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष होना तय है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए शनिवार को सुबह दस बजे से तीन बजे तक नामांकन कराया जाना था। इस दौरान भाजपा समर्थित उम्मीद वार पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री दद्दन मिश्र ठीक 11 बजे अपने प्रस्तावक व समर्थक के साथ नामांकन कराने के लिए कलेक्ट्रेट स्थिति डीएम न्यायालय पहुंचे।
उनका नामांकन होने के बाद दिन भर प्रशासन किसी अन्य उम्मीदवार का इंतजार करता रहा। ताकि नामांकन प्रक्रिया निर्धारित समय पर पूरी हो सके। लेकिन नामांकन पत्र लेने के बाद सपा खेमे में दिन भर उठा पटक व आपसी वाद विवाद का माहौल रहा। इसका कारण था कि सपा समर्थित उम्मीदवार अनुराधा यादव का प्रस्तावक ही अचानक घर से गायब हो गया।
पहले तो उम्मीदवार की ओर से पार्टी कार्यकर्ताओं को यह बताया गया कि वह किसी मंदिर में पूजा अर्चन करने गए हैं। लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे वैसे कार्यकर्ता व पदाधिकारियों की बेचैनी बढ़ती गई। गायब हुआ प्रस्तावक धनंजय यादव सपा प्रत्याशी का नजदीकी रिश्तेदार भी था। इसी कारण से उसे प्रस्तावक बनाया गया था।
लेकिन ऐन वक्त पर वह गायब हो गया। जिसके चलते शाम तीन बजे तक सपा प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने कलेक्ट्रेट पहुंचीं ही नहीं। वहीं शाम तीन बजे प्रशासन की ओर से माइक पर एलाउसं करके जिन्हें भी पर्चा दाखिल करना है उन्हें अंदर आने का आमंत्रण दिया जाता रहा।
कड़े पहरेदारी मे था कलेक्ट्रेट
जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए भाजपा व सपा दोनों ओर के उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्र खरीदा गया था। इस दौरान यह संभावना जताई जा रही थी कि दोनों पक्षों द्वारा निर्धारित समय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन ने कलेक्ट्रेट की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी थी। कलेक्ट्रेट गेट के सौ मीटर के दायरे में केवल अधिकृत व्यक्ति ही जा पाए। इसके लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। लेकिन सपा की ओर से कोई भी व्यक्ति नामांकन कराने ही नहीं आया।