रामचरित मानस विवाद में राजा भैया ने भी लगाई छलांग, बोले- भगवान को अपमानित करने वाले का प्रतिकार करना चाहिए
बाबागंज के मां भद्रकाली धाम में चल रही रामकथा के छठें दिन कथा श्रवण को पहुंचे रघुराज प्रताप ने कहा कि प्रभु राम तो त्रिकालदर्शी हैं सर्वज्ञ हैं। अगर कोई भगवान को अपमानित कर रहा है या हमारे धर्म शास्त्रों का अपमान हो रहा है तो यह दुखद है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में रामचरित मानस विवाद वक्त बीतने के साथ शांत होने के बजाए और चर्चित हो रहा है। एक के बाद एक करते हुए सूबे के कई सियासी दिग्गज इस विवाद के अखाड़े में कूद चुके हैं। नया नाम जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष विधायक कुंडा रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का है।
राजा भैया ने कहा कि हमारे भगवान को कोई अपमानित करे तो हमको उसका तार्किक ढंग से प्रतिकार करना चाहिए। भगवान राम भी परीक्षा ले रहे हैं कि मै देख रहा हूं कि कौन बोलता है मेरे प्रति या सब सिर्फ कथा सुनने ही चले आते हैं।
बाबागंज के मां भद्रकाली धाम में चल रही रामकथा के छठें दिन कथा श्रवण को पहुंचे रघुराज प्रताप ने कहा कि प्रभु राम तो त्रिकालदर्शी हैं, सर्वज्ञ हैं। अगर कोई भगवान को अपमानित कर है या हमारे धर्म शास्त्रों का अपमान हो रहा है, तुलसी बाबा का अपमान हो रहा है, जो दुखद है।
उन्होंने कहा कि भगवान के प्रति अगर एक बार हो तो तो प्रभु क्षमा भी कर देते है, लेकिन भक्त के प्रति कोई अपराध करता है तो वह प्रभु राम के क्रोध में जलता व झुलसता है। बकौल राजा भैया, आज मौन रहने का समय नहीं है।
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आज पूरे देश में सनातन धर्म पर प्रहार हो रहा है, हम लोगों को एक होकर मुखर जवाब देना चाहिए। इस मौके पर पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार, जिला पंचायत सदस्य दिलीप पांडेय, पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रदीप शुक्ला बबलू, पूर्व प्रमुख बाबागंज हितेश प्रताप सिंह पंकज समेत लोग मौजूद रहे।