कानपुर: 'गालियां देते थे चौकी इंचार्ज और सिपाही', पुलिस उत्पीड़न का वीडियो फेसबुक पर अपलोड कर फंदे पर लटका युवक
मरने से पहले गले में फंदा लगाकर बनाए गए वीडियो में चौकी इंचार्ज और सिपाही पर लगाए गंभीर आरोप। वीडियो में मंडी चौकी प्रभारी सतेंद्र यादव और सिपाही अजय यादव पर बार-बार उत्पीड़न करने का आरोप। आरोपित चौकी प्रभारी सत्येंद्र कुमार यादव और अजय यादव के विरुद्ध मृतक के बड़े भाई छोटे की तहरीर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
सचेंडी कस्बा निवासी एवं सब्जी विक्रेता ने चौकी इंचार्ज और एक सिपाही के उत्पीड़न से त्रस्त आकर घर के कमरे में गमछे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने गले में फंदा लगाकर 1 मिनट 5 सेकंड के वीडियो में स्थानीय चौकी इंचार्ज और एक सिपाही पर पिछले दो माह से रास्ते में रोक कर गाली गलौज कर उत्पीड़न करने और फोन पर धमकी देने का आरोप लगाया है।
युवक ने दूसरा वीडियो अपने घर वालों को संबोधित करके माफी मांगते हुए बनाया है। बनाए गए वीडियो को फेसबुक स्टेटस पर अपलोड करने के बाद युवक ने आत्महत्या कर ली। सुबह युवक की मौसी ने स्टेटस देखा तो घर वालों को फोन किया। तब जाकर घटना की जानकारी हुई। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस के साथ फील्ड यूनिट ने जांच पड़ताल की।
लोगों के विरोध को देखते हुए पनकी, अरमापुर और रावतपुर थानों की फोर्स को बुलाया गया है। आरोपित चौकी इंचार्ज और सिपाही के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। स्वजन के द्वारा स्थानीय विधायक को बुलाया गया है। जिनका इंतजार किया जा रहा है।
सब्जी का काम करता था
सचेंडी थाना क्षेत्र के सचेंडी कस्बा निवासी बालकृष्ण राजपूत का छोटा बेटा सुनील राजपूत लगभग चार माह पहले चकरपुर सब्जी मंडी में सब्जी लगाने का कार्य करता था। मां राजेश्वरी ने बताया कि मंडी चौकी प्रभारी सत्येंद्र कुमार यादव व सिपाही अजय यादव ने मंडी में वसूली के चलते सुनील से 5 हजार रुपए मांगे। जिनको देने में असमर्थता जताने पर उन्होंने उसकी सब्जी उठाकर फेंक दी और दोबारा दुकान न लगाने की चेतावनी दी।
गाली गलौज करते थे पुलिसवाले
इसके बाद भी दुकान लगाने पर वह अक्सर उसको रास्ते में रोक कर गाली गलौज करते थे, और प्रताड़ित करते थे। उनका तीसरे नंबर का बेटा राजकुमार जो कि जेल में है, उसका नाम लेकर घर आकर लोगों से गाली गलौज और प्रताड़ित करते थे।
सुनील की मां राजेश्वरी ने बेटे को मंडी में दुकान न लगाने की नसीहत दी और दूसरा काम खोजने को कहा। 2 माह से वह सचेंडी में अंडर पास का निर्माण कर रही कंपनी पीएनसी में मजदूरों के लिए खाना बनाने का कार्य करता था।
चौकी इंचार्ज ने नहीं छोड़ा
दोस्त आकाश ने बताया कि सुनील का पीछा चौकी इंचार्ज ने फिर भी नहीं छोड़ा और जहां भी मिलता था वह उसे रोक कर गाली गलौज और धमकी देते थे। करीब दो माहपूर्व इससे त्रस्त आकर उसने नींद की 20 गोलियों का सेवन कर लिया था। तब स्वजन ने उसे हैलट में भर्ती कराया था। तब सत्येंद्र कुमार यादव ने समझौता कर आगे से उत्पीड़न न करने का आश्वासन दिया था।
आधा घंटे में घर आने के लिए मां से कहा था
सोमवार रात 11 बजे मां राजेश्वरी ने सुनील को फोन कर घर आने को कहा तो उसने आधे घंटे में घर आने की बात कही। तब तक मां सहित स्वजन सो गए। रात में सुनील ने घर आकर कमरे में छत के कुंडे के सहारे गले में गमछे का फंदा लगाकर दो वीडियो बनाए, जिसमें मंडी चौकी इंचार्ज सत्येंद्र कुमार यादव और सिपाही अजय यादव पर पिछले दो माह से रास्ते में रोक-रोक कर गाली गलौज और धमकी देने वह पैसे छीनने का आरोप लगाते हुए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया व अपनी मौत के लिए इनको जिम्मेदार बताया।
फेसबुक लगाया स्टेटस
इसके बाद सुनील ने फेसबुक स्टेटस पर वीडियो अपलोड करने के बाद फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। सुबह 5:30 सुनील की मौसी बिधनू निवासी जसोदा का मां राजेश्वरी के पास फोन आया तब घटना की जानकारी हुई। स्वजन ने पुलिस को सूचना दी। जानकारी पर सचेंडी पुलिस के साथ फील्ड यूनिट मौके पर पहुंची, और घटना की जांच पड़ताल की। मौके पर लोगों के एकत्र होने और विरोध को देखते हुए पनकी, अरमापुर और रावतपुर का फोर्स मौके पर बुलाया गया। स्वजन ने कमरे में ताला लगा दिया।
स्थानीय विधायक से बात कर विधायक के मौके पर आने के आश्वासन पर उनका इंतजार किया जा रहा है। एसीपी पनकी तेज बहादुर सिंह ने बताया कि स्वजन की सूचना पर मौके पर पहुंचकर घटना की पड़ताल की जा रही है। आरोपित चौकी प्रभारी और सिपाही के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।