UP पुलिस भर्ती: सिपाही भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने के प्रयास में 120 गिरफ्तार, पुलिस और एसटीएफ ने विफल किए गिरोह के इरादे
मऊ में 13 गिरफ्तारियां हुईं। इनमें दो साल्वर हैं। वाराणसी में तीन साल्वरों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक साल्वर राजाराम बिहार के नालंदा का रहने वाला है। आजमगढ़ में नकल कराने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से पैसा वसूलने वाले गिरोह के सात सदस्यों को परीक्षा के पूर्व ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस विभाग की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने के प्रयास में कई गिरोह शनिवार को परीक्षा के दौरान भी सक्रिय रहे। मगर, एसटीएफ और पुलिस की सतर्कता के चलते गिरोह विफल रहे। परीक्षा की दोनों पालियों के दौरान चली धरपकड़ में परीक्षा की शुचिता भंग करने का प्रयास करते 120 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इनमें अभ्यर्थी, साल्वर और ठगी करने वाले शामिल हैं। गोरखपुर में परीक्षा केंद्र इस्लामिया कालेज आफ कामर्स, बख्शीपुर से मूल अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहे रेलवे में स्टेशन मास्टर को गिरफ्तार किया गया है। बिहार के नवादा जिले का रहने वाला अंजनी कुमार उर्फ मनीष कुमार सिंह कुरवा चैनपुर, सिंघियाघाट स्टेशन पर तैनात है।
मऊ में 13 गिरफ्तारियां हुईं। इनमें दो साल्वर हैं। वाराणसी में तीन साल्वरों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक साल्वर राजाराम बिहार के नालंदा का रहने वाला है। आजमगढ़ में नकल कराने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से पैसा वसूलने वाले गिरोह के सात सदस्यों को परीक्षा के पूर्व ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
उनके पास से 14 लाख रुपये का चेक, 7,360 रुपये नकद, छह फर्जी आधार कार्ड, 10 मोबाइल फोन और स्कार्पियो भी बरामद हुई। मीरजापुर में दो अभ्यर्थी नकल सामग्री के साथ पकड़े गए। उन्हें यह सामग्री उपलब्ध कराने वाले तीन आरोपितों को भी गिरफ्तार किया गया।
तीनों आरोपित फर्जी प्रश्नपत्र बनाकर अभ्यर्थियों को 20 हजार रुपये में बेच रहे थे। जौनपुर में परीक्षा पास कराने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से धन वसूली करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें एक साल्वर बिहार के मधुबनी जिले का निवासी नितीश कुमार है।
बलिया में भी बिहार के सहरसा जिले निवासी साल्वर अजय यादव को गिरफ्तार किया गया। भदोही में फर्जीवाड़े के आरोप में परीक्षार्थी पकड़ा गया। प्रयागराज में पांच साल्वर और चार अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। 16 प्रवेश पत्र, इलेक्ट्रानिक डिवाइस, चार वाइस रिसीवर बरामद किए गए हैं।
एसटीएफ ने कानपुर नगर के कल्याण क्षेत्र से चार लोगों को गिरफ्तार किया। ये सभी कानपुर नगर व देहात के रहने वाले हैं। इनसे एक माइक्रोफोन डिवाइस, कूटरचित मुहरें, पुलिस भर्ती परीक्षा के चार प्रवेश पत्र, 14 शैक्षणिक प्रमाण पत्र, 24 हजार नकद, बैंक के चेक आदि बरामद हुए हैं। इन लोगों ने कानपुर के आसपास रहने वाले दर्जनों अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र (फर्जी) पढ़ाने के नाम पर बुलाया। कुछ अभ्यर्थियों को को धोखा देकर नकद रुपये ऐंठ लिए। कानपुर के हनुमंत बिहार थाना क्षेत्र में भी सिपाही की नौकरी दिलाने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से ठगी करने वाले दो लोगों को पकड़ा गया है।
प्रयागराज के कैंट इलाके में द्रोपदी मंदिर के पास आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं। इनसे तीन लाख 46 हजार नकद के साथ ही मार्कशीट और प्रवेश पत्र बरामद हुए। पूछताछ में पता चला कि गिरोह के सरगना प्रयागराज निवासी संदीप प्रजापति ने प्रति अभ्यर्थी 50 से 75 हजार रुपये एडवांस लेकर पुलिस भर्ती के प्रश्नपत्र देने की बात कही थी। चयन होने के बाद आठ लाख रुपये देना था। प्रश्नपत्र का इंतजाम सरगना को करना था। वह और गिरोह का एक सदस्य पकड़ में आने से पहले भाग निकला।
लखनऊ के गाजीपुर क्षेत्र में अभ्यर्थियों से ठगी करने वाले एक शख्स को पकड़ा गया। उससे 29 अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र जबकि 13 के शैक्षणिक प्रमाण पत्र बरामद हुए हैं। तीन चेक भी मिले हैं। हाथरस में पेपर आउट कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के तीन लोगों को मधुगढ़ी फाटक के पास पकड़ा गया।
इनमें दो अलीगढ़ और एक हाथरस का ही रहने वाला है। ऐसे ही एक अन्य गिरोह के चार सदस्यों को बरेली के भमौरा में गिरफ्तार किया गया है। इनमें तीन अलीगढ़ और एक बदायूं का रहने वाला है। मुरादाबाद में बिहार के सीतामढ़ी निवासी साल्वर अवनीश कुमार समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
स्टेशन मास्टर साल्वर तो परीक्षार्थी बना सिक्योरिटी गार्ड
गोरखपुर में पकड़े रेलवे स्टेशन मास्टर अंजनी कुमार ने बताया कि उसके कुछ परिचितों ने सद्दाम से बता कराई थी, जिसने अभ्यर्थी दुर्गेश यादव की जगह साल्वर बनकर परीक्षा देने को कहा।
परीक्षा केंद्र के गेट पर बायोमीट्रिक का काम कराने वाली कंपनी के फील्ड मैनेजर आकाश राव ने दुर्गेश यादव को सिक्योरिटी एजेंसी का कार्ड बनाकर दिया था और परीक्षा केंद्र के गेट पर उसकी ड्यूटी लगा दी थी। आने पर दुर्गेश ने अपना अंगूठा लगाकर मुझे केंद्र के अंदर करा दिया।