16 साल पहले बेची जमीन की कीमत डेढ़ करोड़ हुई तो बदल गई नीयत, फिल्मी स्टाइल में करा दी बसपा नेता की हत्या
रंजन गुप्ता ने साल 2006 में 1.25 लाख रुपये में एक जमीन खरीदी थी, जिसे उदयवीर सिंह गौतम के नाम कराया था। वर्तमान समय में जगह की कीमत करीब 1.50 करोड़ रुपये कीमत है। बढ़ती कीमत देख बसपा नेता ने जमीन को वापस करने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद बसपा नेता की सड़क हादसे में मौत हो गई थी, जिसकी जाचं में हत्या की बात सामने आई।
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में छर्रा कस्बा निवासी बसपा नेता की मौत के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, उनकी हत्या की गई थी। हत्या के पीछे उन्हीं के प्रॉपर्टी डीलर दोस्त का हाथ था। जमीनी विवाद को लेकर बसपा नेता की हत्या सुपारी देकर कराई गई थी। हत्या को सड़क दुर्घटना दर्शाने का प्रयास किया गया था। पुलिस ने पिता-पुत्र सहित चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं, सुपारी में प्रयुक्त 1.50 लाख रुपये भी बरामद हुए हैं।
ये है पूरा मामला
छर्रा के मोहल्ला पठानान निवासी बसपा के कद्दावर नेता उदयवीर सिंह गौतम (55) 30 जुलाई को तड़के घर से रोजाना की तरह अतरौली रोड पर टहलने निकले थे। रास्ते में गल्ला मंडी से आगे स्थित एक निजी स्कूल के निकट अज्ञात वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी। सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। कोतवाली निरीक्षक डीके सिसौदिया ने बताया कि घटना का मास्टरमाइंड प्रॉपर्टी डीलर रंजन गुप्ता है। रंजन गुप्ता की बसपा नेता उदयवीर सिंह गौतम से दो दशक पुरानी दोस्ती थी। रंजन गुप्ता ने साल 2006 में 1.25 लाख रुपये में एक जमीन खरीदी थी, जिसे उदयवीर सिंह गौतम के नाम कराया था। वर्तमान समय में जगह की कीमत करीब 1.50 करोड़ रुपये कीमत है। बढ़ती कीमत देख बसपा नेता ने जमीन को वापस करने से इन्कार कर दिया था। जिसके चलते दोनों में कई बार विवाद भी हुआ था, लेकिन बसपा नेता ने जमीन वापस करने से मना कर दिया। इससे आहत होकर रंजन गुप्ता ने अतरौली निवासी शकील के साथ मिलकर बसपा नेता की हत्या की योजना बनाई। शकील ने हत्या के लिए 1.50 लाख रुपये सुपारी ली। साजिश में रंजन गुप्ता का बेटा अर्पित भी शामिल है। ट्रक चालक इरफान को बसपा नेता की हत्या करने के लिए शकील ने एक लाख रुपये दिए और 50 हजार रुपये खुद रख लिए। पुलिस पूछताछ में रंजन गुप्ता ने बताया कि रेकी कर 30 जुलाई को घटना को अंजाम दिया गया था।
पुलिस ने घटना को संदिग्ध मानकर की थी जांच शुरू
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने घटना को संदिग्ध मानकर जांच शुरू की थी। कोतवाली निरीक्षक डीके सिसौदिया ने बताया कि बसपा नेता के परिजनों ने कस्बा के ही एक व्यक्ति पर घटना का शक जाहिर किया था। तत्काल टीम गठित कर घटना की जांच शुरू की गई। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। कैमरे में कैद हुए एक ट्रक की जांच की गई। ट्रक के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस ट्रक मालिक तक पहुंची। वहां से घटना के मास्टरमांइड का पता लगा। पुलिस टीम ने सोमवार को आरोपी रंजन गुप्ता, उसका बेटा अर्पित गुप्ता निवासी मोहल्ला पठानान छर्रा, शकील निवासी वैश्यपाड़ा अतरौली, इरफान निवासी अतरौली को गिरफ्तार कर लिया। ट्रक चालक इरफान से ट्रक, मोबाइल व एक लाख रुपये बरामद हुए हैं। शकील से पचास हजार रुपये बरामद किए गए हैं।