पुलिस हिरासत में RSS कार्यकर्ता की मौत, थाना प्रभारी समेत पुलिस टीम पर केस दर्ज, CBI से जांच कराने की मांग
हाथरस में पुलिस अभिरक्षा में उपचार के दौरान आरएसएस कार्यकर्ता की मौत मामले में अब मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। मामले में थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों व गांव के ही कुछ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में पुलिस हिरासत में लिए गए व्यक्ति की जिला अस्पताल में मौत होने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि मृतक RSS का कार्यकर्ता था। घटना के बाद संघ के पदाधिकारी सक्रिय हो गए और उच्च अधिकारियों को मामले की जानकारी दी है। वहीं डीएम ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। डीआईजी अलीगढ़ रेंज ने भी मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली और कहा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मामले की दूसरे जिले की टीम से जांच कराई जाएगी। साथ ही थाना चंदपा में पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण ह्रदय गति रुकना आया है।
मंगलवार की सुबह राजकुमार चौहान उर्फ राजू पुत्र जुल्फी सिंह की पुलिस अभिरक्षा में जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इस संबंध में एसपी विकास कुमार वैद्य ने चंदपा थाना SHO सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। बाद में पता चला कि मृतक RSS का कार्यकर्ता था। कार्यकर्ता की मौत की खबर सुनते ही संगठन के पदाधिकारी सक्रिय हो गए और पोस्टमार्टम हाउस पर पदाधिकारियों का जमावड़ा लग गया। RSS के पदाधिरियों ने पूरे मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण ह्रदय गति रुकना आया
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण ह्रदय गति रुकना आया है। पोस्टमार्टम के बाद मृतक के शव को कड़ी सुरक्षा के बीच गांव लाया गया। पुलिस की निगरानी में मृतक के शव का अंतिम संस्कार किया गया। राजकुमार की मौत मामले में थाना चंदपा में थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों और मृतक के गांव के ही कुछ लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। राजकुमार के भाई महाराज ने दारोगा सर्वेश कुमार, थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों पर राजकुमार के साथ मारपीट करने के आरोप लगाए हैं।
मामले की होगी मजिस्ट्रियल जांच
डीआईजी अलीगढ़ रेंज दीपक कुमार ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही होगी। मामले की निष्पक्ष जांच होगी इस बारे में जिला जज को भी सूचना भेजी जाएगी। मुकदमे की जांच दूसरे जनपद की क्राइम ब्रांच द्वारा कराई जाएगी दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। एसपी विकास कुमार वैद्य ने बताया कि राजकुमार की मौत के संबंध में जनता के पांच लोगों और दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पोटमर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कार्डिक अरेस्ट आया है। मौके पर शांति व्यवस्था कायम है।