जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी आज से धारण करेंगे भगवा वस्त्र, अयोध्या में सरयू तट पर लिया संकल्प
हिंदू धर्म ग्रहण कर जितेंद्र नारायण त्यागी बन चुके शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी गुरुवार को राम नगरी पहुंचे। अयोध्या पहुंचने का उनका उद्देश्य सांसारिक वस्त्र का परित्याग कर भगवा धारण करना था। सरयू तट पर भगवा धारण करने से पूर्व विहिप के स्थानीय मुख्यालय पहुंचे।
हिंदू धर्म ग्रहण कर जितेंद्र नारायण त्यागी बन चुके शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी गुरुवार को राम नगरी पहुंचे। अयोध्या पहुंचने का उनका उद्देश्य सांसारिक वस्त्र का परित्याग कर भगवा धारण करना था। सरयू तट पर भगवा धारण करने से पूर्व वह विहिप के स्थानीय मुख्यालय कार सेवक पुरम पहुंचे। यहां उन्होंने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय से भी मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कट्टरपंथी व आतंकवादी संगठनों द्वारा लगातार उनका सिर काटने की धमकी दी जा रही है। कहा कि मैं अब हिंदू देवी देवताओं की शरण में जाना चाहता हूं। साथ ही मैं कहना चाहता हूं कि मेरा सिर काटना है तो काट लो लेकिन अब मैं अपने संकल्प से विचलित होने वाला नहीं हूं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज से मैंने सांसारिक वस्त्र त्यागने का संकल्प ले लिया है। अब से मैं केवल भगवा वस्त्र धारण करूंगा। भगवा ऊर्जा एवं शक्ति का प्रतीक है। इस अवसर पर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने कहा कि वसीम रिजवी पहले से ही अयोध्या आते रहे हैं, उनका व्यक्तित्व अच्छा है। आज उन्होंने अयोध्या में सांसारिक वस्त्र का त्याग करने का संकल्प लिया है। अयोध्या त्याग की धरती है यहां जिसने भी त्याग किया वह भगवान को अति प्रिय हो गया।
इस दौरान हनुमानगढ़ी के संत राजू दास व विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा भी मौजूद रहे। जितेंद्र नारायण त्यागी ने रामलला का दर्शन भी किया और पुण्य सलिला सरयू में डुबकी लगाई। इसी के बाद उन्होंने भगवा वस्त्र धारण करने की घोषणा की। वसीम रिजवी से जितेंद्र नारायण बने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष गत चार-पांच वर्षों से राम मंदिर के समर्थन में अपना स्वर बुलंद करते रहे हैं और इसके लिए वह उन्हें कट्टरपंथियों के बराबर निशाने पर रहे हैं।