राम मंदिर के नक्काशीदार खंभे, परकोटा निर्माण की तैयारी... अब तीन एकड़ जमीन में बनेगा संग्रहालय, शुरू हुई ये तैयारी
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तैयारियों को पूरा कराया जा रहा है। इसके साथ ही राम मंदिर परिसर के विस्तार की योजना पर भी विचार शुरू कर दिया गया है। सरकार से राम मंदिर ट्रस्ट तीन एकड़ जमीन लेने की योजना पर काम कर रही है। यहां पर संग्राहलय का निर्माण कराया जाएगा।
राम मंदिर परिसर के 70 एकड़ क्षेत्र को बढ़ाने के लिए ट्रस्ट परिसर से जुड़ी जमीनों को भी खरीदने की तैयारी कर रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल के मुताबिक जहां मंदिर स्थल की खुदाई के दौरान कई पुरावशेष मिले थे। इन्हें जिस जमीन पर रखा गया है वह सरकारी जमीन है। करीब 3 एकड़ की इस जमीन को ट्रस्ट सरकार से खरीदने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। यह जमीन ट्रस्ट को मिल जाएगी तो यहां राम मंदिर से जुड़े पुरावशेषों व प्रभु राम से जुड़ी दुर्लभ व ऐतिहासिक वस्तुओं के संग्रहालय का निर्माण करवाया जाए। इस बीच गुरुवार को अयोध्या के नव नियुक्त कमिश्नर गौरव दयाल ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद राम जन्मभूमि मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने रामलला के दर्शन किए और वहां चल रहे मंदिर निर्माण की प्रगति की जानकारी हासिल की। उनके साथ डीएम नितीश कुमार भी थे।
चौपाल ने बताया कि इस समय करीब 80 एकड़ जमीन मंदिर ट्रस्ट के पास हो गई है। इसमें मंदिर ट्रस्ट की खरीदे गए मंदिरों व अन्य स्थलों की जमीनें भी शामिल है। उन्होंने बताया कि राम जन्मभूमि पथ 570 मीटर लंबा है। इसकी लंबाई 100 फुट करने के लिए जमीन की कमी थी। अमावां मंदिर से 20 फुट चौड़ी जमीन की मांग की जा रही थी। हालांकि अमावां मंदिर के प्रबंधक व पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट से इस पर सहमति नहीं बन सकी है। हालांकि अमावां मंदिर ट्रस्ट राम मंदिर के पूरा सहयोग कर रहा है। इसी क्रम में करीब 10 करोड़ रुपये का दान भी राम मंदिर को दिया गया है। चौपाल ने बताया कि अमावां मंदिर से जमीन न मिलने पर अब वैकल्पिक मार्ग बनाने पर विचार किया जा रहा है।
परकोटा के निर्माण की तैयारी
चौपाल ने बताया कि मंदिर के परकोटा के निर्माण की तैयारी की जा रही है। दिसंबर में 14 फुट चौड़े परिक्रमा मार्ग व परकोटा का निर्माण शुरू हो जाएगा। रिटेनिंग वाल का निर्माण पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि मंदिर में लगने वाले पिंक सैंड स्टोन 80 फीसदी बन कर तैयार हैं। बाकी बचे पत्थरों के तराशने का काम, मंदिर निर्माण के साथ चलता रहेगा।
परकोटा की डिजाइन में परिवर्तन नहीं
मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बुधवार को कहा कि राम मंदिर के परकोटा की डिजाइन में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया गया है।इसमें 14फुट चौड़ा परिक्रमा मार्ग 800मी लंबा बनेगा।उसके अलावा भी पर्याप्त जगह बचेगी ।जिस पर भीड़ बढ़ने पर लोग चल सकेंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर के आर्किटेक्ट सोमपुरा ने परकोटा की परिकल्पना के मुताबिक जो डिजाइन की है उसी के मुताबिक ही परकोटा का निर्माण किया जाएगा।