सोशल मीडिया पर वायरल 'how can you रोक' बयान पर जानिए क्या बोले धर्मेंद्र यादव
आजमगढ़ लोकसभा उप चुनाव में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव चुनाव हार गए, लेकिन उनका एक बयान इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। दरअसल, मतों की गिनती के दिन यानी 26 जून की सुबह मतगणना केंद्र पर पहुंचे धर्मेंद्र यादव वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों से भिड़ गए थे। इसी दौरान उनका बयान सामने आया था।
समाजवादी पार्टी को इस बार के लोकसभा उप चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है। आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उप चुनाव में मुलायम परिवार के धर्मेंद्र यादव चुनाव में हार गए। आजमगढ़ से भारतीय जनता पार्टी के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने कांटे के मुकाबले में जीत दर्ज करके हर किसी को चौंका दिया। भाजपा की जीत में बहुजन समाज पार्टी के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को मिले वोटों का काफी अहम योगदान रहा। 26 जून को हुई वोटों की गिनती के दौरान आजमगढ़ के काउंटिंग सेंटर पर माहौल काफी गरमाया हुआ था। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम थे। इसी दौरान सपा के उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव अपने दल-बल के साथ काउंटिंग सेंटर पर पहुंचे। इस दौरान एक सुरक्षा कर्मी ने उन्हें काउंटिंग सेंटर के स्ट्रांग रूम में जाने से रोक दिया। इस पर वे सुरक्षाकर्मियों से भिड़ गए। सीनियर अधिकारियों के पहुंचते ही धर्मेंद्र यादव फूट पड़े। उन्होंने कहा, हाउ कैन यू रोक? अब उनका यह बयान खासा चर्चित हो गया। सोशल मीडिया पर वायरल बयान पर धर्मेंद्र यादव ने अपनी सफाई दी है।
धर्मेंद्र यादव काउंटिंग के दिन सुरक्षाकर्मियों से जिस प्रकार से भिड़े थे, उसे उन्होंने अब वोटों की गिनती के पहले बढ़े सियासी तापमान से जोड़कर पेश किया। उन्होंने कहा कि हमें गड़बड़ी की जानकारी मिली थी। हम जब काउंटिंग सेंटर पर पहुंचे तो किसी ने हमें रोक दिया। इसके बाद वहां पर बहस शुरू हो गई। इसी बहस के दौरान मेरे मुंह से कुछ निकल गया। धर्मेंद्र यादव ने कहा कि लोग हमारी अंग्रेजी में गलती को तो देख रहे हैं, लेकिन पुलिस वालों ने जो गलती की, उस पर कोई बात नहीं कर रहा है।
धर्मेंद्र यादव ने कहा कि उस समय जिस प्रकार का माहौल था, उसकी गर्मी में मेरे मुंह से कुछ निकल गया। उस पर कुछ लोग बात कर रहे हैं। दरअसल, उप चुनाव के वोटों की गिनती के पहले स्ट्रांग रूम का जायजा लेने पहुंचे सपा उम्मीदवार ने सुरक्षाकर्मियों के साथ खूब बहस की थी। उन्होंने स्ट्रांग रूम में ईवीएम को बदलने से लेकर कई प्रकार के आरोप लगाए थे। इस दौरान कुछ समय के लिए उन्हें रोक दिया गया तो उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए मतगणना केंद्र के भीतर जाने की बात कही थी। बाद में सीनियर अधिकारी उन्हें मतणना केंद्र के भीतर लेकर गए।