बांदा: सड़क पर मजनुओं को पढ़ाती थी एंटी रोमियो का पाठ, लेडी कांस्टबेल खुद हुई दारोगा के यौन उत्पीड़न का शिकार
उत्तर प्रदेश के बांदा में एक महिला कांस्टबेल ही यौन उत्पीड़न का शिकार हो गई। यह घटना किसी और ने नहीं बल्कि थाने में तैनात दारोगा ने उसकी साथ अंजाम दी।
यूपी पुलिस के कारनामे से लगातार खाकी लगातार दागदार हो रही है। कहीं दरोगा फरियादी के साथ थाने में दुष्कर्म करता है, तो कहीं पूछताछ के नाम पर महिला को थाने में पीट-पीटकर अमानवीय यातनाएं दी जाती हैं। वही खाकी से विभाग की महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा का है जहां मिशन शक्ति अभियान के एंटी रोमियो स्क्वायड से जुड़ी एक महिला कांस्टेबल यौन उत्पीड़न का शिकार हो गई। यौन उत्पीड़न करने वाला भी दारोगा था। इस मामले में दारोगा को जेल की हवा खानी पड़ गई है।
घटना गिरवां थाने से जुड़ी है। इसी थाने में तैनात महिला कांस्टेबल एंटी रोमियो का पाठ पढ़ाने सड़कों पर निकलती थी। वही महिला कांस्टेबल एक दारोगा के उत्पीड़न का शिकार हो गई। बबेरू कोतवाली में तैनात दारोगा शिवा मौर्य ने उसे प्रेम जाल में फंसाकर शादी का झांसा दिया और कई दिन तक यौन उत्पीड़न करता रहा। बाद में पता चला इसी दारोगा ने बबेरू में किसी अन्य महिला से गुपचुप तरीके से शादी कर ली है।
शादी की जानकारी मिलने पर दर्ज कराया केस
यह जानकारी मिलते ही महिला कांस्टेबल ने दारोगा के खिलाफ 28 फरवरी 2022 को रेप का मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन दरोगा मुकदमा दर्ज होने के बाद गायब हो गया था। लगभग ढाई महीने बाद आरोपी दारोगा ने सोमवार को सीजेएम के कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। इस मामले में न्यायालय ने दारोगा को जेल भेजने का आदेश दे दिया।
पुलिस कर रही जांच
इस संबंध में गिरवां थाना इंचार्ज मनोज कुमार ने बताया कि इसी थाने में तैनात महिला कांस्टेबल द्वारा दरोगा के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया गया था जिसकी विवेचना कोर्ट में चल गई थी। इसी दौरान न्यायालय में दारोगा ने आत्मसमर्पण कर दिया है। मामले की विवेचना जारी है।