बांदा: छात्राओं ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, प्रिंसिपल ने खाया जहर, अस्पताल में भर्ती
जिले के अतर्रा तहसील में स्थित हिंदू इंटर कॉलेज के प्रवक्ता डॉ. गणेश सिंह ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी डॉ. अनीता सिंह पटेल पंडित दीनदयाल उपाध्याय मॉडल इंटर कॉलेज पचनेही की प्रभारी प्रधानाचार्य हैं। उनका पिछले 3 वर्षों से जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद सिंह द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के बांदा में पंडित दीनदयाल उपाध्याय मॉडल इंटर कॉलेज पचनेही की 200 छात्राओं ने सोमवार को प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए। उन्हें हटाने की मांग को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के कुछ ही घंटों बाद प्रिंसिपल डॉ. अनीता सिंह पटेल ने जहरीला पदार्थ खा लिया। जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इस मामले में उनके पति डॉ. गणेश सिंह पटेल ने डीआईओएस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
जिले के अतर्रा तहसील में स्थित हिंदू इंटर कॉलेज के प्रवक्ता डॉ. गणेश सिंह ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी डॉ. अनीता सिंह पटेल पंडित दीनदयाल उपाध्याय मॉडल इंटर कॉलेज पचनेही की प्रभारी प्रधानाचार्य हैं। उनका पिछले 3 वर्षों से जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद सिंह द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है। उनके खिलाफ लगातार लिखा-पढ़ी किए जाने से मेरी पत्नी मानसिक अवसाद में हैं। इसी कारण उन्होंने आज जहरीला पदार्थ खा लिया है। जब उनसे पूछा गया कि आज 200 छात्राओं ने उनके खिलाफ प्रदर्शन कर उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, इस पर आपका क्या कहना है। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि छात्राएं आई हैं, या लाई गई हैं, यह जांच का विषय है।
सोमवार सवेरे कॉलेज की 200 छात्राओं ने जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय का घेराव करके प्रिंसिपल डॉ. अनीता सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। छात्राओं का कहना है कि प्रिंसिपल अध्यापकों को पढ़ाने नहीं देती हैं। उन्हें किसी न किसी काम में उलझाए रखती हैं। अगर कोई अध्यापक विरोध करता है तो उसके साथ गाली-गलौज करती हैं। उन्हें बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगाती हैं। इसी वजह से यहां के अध्यापक भी कालेज छोड़कर जाना चाहते हैं। छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया है कि खेलकूद फंड का पैसा भी हड़प कर रही हैं। कुछ छात्राओं का मंडल खेलकूद में चयन हुआ था, लेकिन किराया भाड़ा न देना पड़े पड़े, इसके लिए उन्हें प्रतियोगिता में नहीं भेजा गया। इन छात्राओं ने स्पष्ट रूप से कहा था कि या तो हमें विद्यालय से हटा दिया जाए या फिर प्रिंसिपल को यहां से हटाया जाए। इस पर जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. विनोद सिंह ने छात्राओं को आश्वासन दिया था कि प्रिंसिपल को हटाकर कहीं दूसरी जगह अटैच किया जाएगा। इस प्रदर्शन के बाद ही प्रधानाचार्य द्वारा जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया गया है।