बाराबंकी: भूमि विवादित हमले में जख्मी दूसरे भाई की मौत, तीन घंटे रोका अंतिम संस्कार, परिजन ने 10 लाख की मांग
कोठी थाना क्षेत्र के धौरहरा गांव में पांच दिन पहले पुरानी रंजिश व जमीनी विवाद को लेकर हुए हमले में घायल दूसरे भाई की भी इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हो गई। रविवार शाम केजीएमयू से शव गांव पहुंचा तो तनाव व्याप्त हो गया। परिजनों व भाकियू कार्यकर्ता 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मांग शुरु कर अंतिम संस्कार रोक दिया। आनन-फानन दो थानों की पुलिस पहुंची गई। करीब तीन घंटे बाद एसडीएम के समझाने पर ग्रामीण माने।
सदर तहसील व कोठी थाना क्षेत्र के धौरहरा गांव में राधेलाल व बुद्धू के परिवारों के बीच रंजिश है। कुछ साल पहले बुद्धू के परिवार की एक महिला से राधेलाल के परिवार के युवक ने ब्याह कर लिया था। कुछ महीनों से दोनों परिवारों के बीच घर के सामने पड़ी आबादी की एक जमीन को लेकर तनातनी चल रही थी। बीते नौ अक्टूबर को दोनों पक्षों में विवाद हुआ। इस दौरान राधेलाल के पक्ष की ओर से लाठी-डंडों व धारदार हथियारों से हमला बोला गया। इसमें बुद्धू (60) इनके भाई दुर्गाप्रसाद (52) व भतीजा अशोकराम घायल हुए थे।
दोनों भाईयों को गंभीर हालत में केजीएमयू भेजा गया था। जहां दो दिन पहले बुद्धू की मौत हो गई। इस दौरान पुलिस ने राधेलाल, इनके पुत्र ज्ञानबाबू, श्यामबाबू व परिवार के युवक पिंकू को जेल भेजा था। शनिवार की शाम दुर्गाप्रसाद ने भी केजीएमयू में दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद दुर्गाप्रसाद का शव रविवार को धौरहरा गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। सूचना पाकर भाकियू कार्यकर्ता भी पहुंच गए। नाराज परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार रोक दिया तो पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन कोठी के साथ सुबेहा पुलिस भी बुला ली गई।
परिजन 10 लाख की मांग
भाकियू व परिजन 10 लाख की मदद की मांग कर रहे थे। नायब तहसीलदार ने वार्ता की मगर असफल रही तो एसडीएम सदर विजय कुमार त्रिवेदी मौके पर पहुंचे। एसडीएम ने 10 लाख तो नहीं मगर विधवा पेंशन, पारिवारिक सहायता समेत अन्य मदद दिलाने का आश्वासन दिया। डीएम से फोन पर बात कराई। रात करीब साढ़े सात बजे परिजन माने तो अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू हुई। एएसपी डाॅ. अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि आरोपी पहले से जेल में है। धाराएं तरमीम की जाएंगी।
एसडीएम विजय कुमार त्रिवेदी
दोनों परिवारों के बीच रंजिश थी। बीते कुछ दिनों से एक जमीन को लेकर भी तनातनी थी। मारपीट के आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। परिवार को जो भी मदद हो सकेगी दिलाई जाएगी।