बाराबंकी: लखनऊ अयोध्या हाईवे किनारे पर खड़ी कार में मिला चिकित्सक का शव
सफदरगंज बाराबंकी थाना क्षेत्र में लखनऊ अयोध्या हाईवे किनारे खड़ी कार में संदिग्ध हालात में एक होम्योपैथिक चिकित्सक का शव पाया गया। परिजन रात से ही चिकित्सक को खोज रहे थे। पुलिस ने जांच में पाया कि कार में उल्टियां भी हुईं। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर छानबीन की जा रही है।
लखनऊ अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफदरगंज थाना क्षेत्र में दादरा गांव के पास पेट्रोल पंप के निकट एक कार बृहस्पतिवार की रात ही लोगों ने खड़ी देखी थी। लेकिन किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। शुक्रवाार को भी दिनभर कार खड़ी रही। शाम करीब चार बजे पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने नजदीक जाकर देखा तो अंदर एक व्यक्ति चालक वाली सीट पर पड़़ा दिखा। सूचना पाकर पुलिस पहुंंची और कार का गेट खुलवाया तो अंदर शव मिला। कार के अंदर मिले पहचान पत्र से मृतक की शिनाख्त शहर कोतवाली क्षेत्र के शुक्लई गांव निवासी होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. कासिफ के रूप में हुई।
सूचना पाकर चिकित्सक के परिजन भी पहुंंच गए। परिजनों ने बताया कि डॉ. कासिफ अयोध्या जिले के मवई क्षेत्र के सुजागंज में क्लीनिक चलाते थे। गुरुवार को शुक्लई गांव से कार से क्लीनिक के लिए निकले थे। देर रात तक घर न लौटने पर पत्नी बुशरा खातून ने फोन किया तो मोबाइल बंद मिला।
चिकित्सक के मोबाइल की बैटरी खत्म थी। परिजन उन्हें पूरी रात खोजते रहे, लेकिन पता नहीं लगा। शुक्रवार की शाम पांच बजे सफदरगंज पुलिस का फोन आने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। चिकित्सक की मौत से उनका पुत्र वासिफ, साद व पुत्री सदफ परवीन व इश्बा सदमे में हैं। सफदरगंज एसएचओ सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि मौत का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम कराया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
20 घंटे खड़ी रही कार, पैट्रोलिंग की पाेल खुली
चिकित्सक का शव कार में पड़ा रहा, मगर हाईवे पर पैट्रोलिंग करने वाले कर्मचारियों को पता नहीं चला। पुलिस ने भी कोई ध्यान नहीं दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब 20 घंटे तक कार खड़ी रही। पुलिस ने हार्ट अटैक से मौत होने की आशंका जताई है।