बाराबंकी के फूड इंस्पेक्टर पर रिश्वतखोरी का आरोप, बेकरी कारोबारी से लाइसेंस रिनीवल के नाम पर मांगे 15 हजार; अभिहित अधिकारी ने बिठाई जांच
विभाग के अधिकारियों की तरफ से जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इसी क्रम में विभाग के एक फूड इंस्पेक्टर का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें वह खुलेआम घूस लेने की बात कर रहा है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त एक्शन ले रही है। लेकिन बाराबंकी जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग के आलाधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है।
विभाग के अधिकारियों की तरफ से जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इसी क्रम में विभाग के एक फूड इंस्पेक्टर का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें वह खुलेआम घूस लेने की बात कर रहा है।
बाराबंकी के खाद्य सुरक्षा विभाग में तैनात फूड इंस्पेक्टर अनिल पाल द्वारा बेकरी का काम करने वाले व्यवसाई से लाइसेंस रिनीवल के नाम पर 15 हजार रुपये की मांग की गई। जो रकम न मिलने पर फूड इंस्पेक्टर ने लाइसेंस रिनिवल करवाने के लिए तमाम नियम-कानून बता दिए।
अभिहित अधिकारी ने मांगा स्पष्टीकरण
मामले की जानकारी होने के बाद विभाग की अभिहित अधिकारी डॉ प्रियंका सिंह ने भी एक जांच बैठा दी। उन्होंने बताया कि आरोपी फूड इंस्पेक्टर अनिल पाल के खिलाफ शिकायत मिली थी। फूड इंस्पेक्टर को लेटर जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। दोषी होने पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
भ्रष्टाचार की पोल खोलता ये वायरल वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष शशांक कुशमेस ने जिलाधिकारी बाराबंकी से इसकी जांच पड़ताल कराने की मांग की है। फर्जी रिपोर्ट लगाने वाले वीडियो को उन्होंने डीएम को भेजा भी है। भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि भ्रष्टाचार की पोल खोलते वीडियो को जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को जांच के लिए सौंपा है।