बाराबंकी: मुलायम सिंह यादव को दी गई श्रद्धांजलि, अरविंद सिंह गोप बोले- हमने गरीबों, किसानों और नौजवानों के मसीहा को खो दिया
श्रद्धांजलि देने के बाद सपा नेता और अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अरविंद सिंह गोप ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के बाद अगर कोई नेता जी के नाम से जाना जाता था तो वह मुलायम सिंह यादव थे।
बाराबंकी में आज समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने सभी दलों के नेता पहुंचे।श्रद्धांजलि देने के बाद सपा नेता और अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अरविंद सिंह गोप ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के बाद अगर कोई नेता जी के नाम से जाना जाता था तो वह मुलायम सिंह यादव थे।
उन्होंने कहा कि हम लोगों ने अपना अभिभावक खो दिया है। लेकिन नेता जी हम सभी के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी।
मुलायम सिंह यादव हम लोगों के अभिभावक
अरविंद सिंह गोप ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता के लिये यह बहुत बड़ा सदमा और दुख का समय है। मुलायम सिंह यादव हम लोगों के अभिभावक थे। हम लोग जो भी हैं केवल उन्हीं की बदौलत हैं। आज हम सब अपने नेता को खोकर बहुत ज्यादा दुखी हैं। हमारी ईश्वर से यही प्रार्थना है कि नेताजी की आत्मा को शांति मिले और समाजवादी पार्टी परिवार इस सदमे को बर्दाश्त करे। नेताजी हमारे लिये हमेशा अमर रहेंगे।
गरीबों और किसानों के मसीहा थे
सुभाषचंद्र बोस के बाद अगर कोई नेताजी के नाम से जाना जाता था तो वह थे मुलायम सिंह यादव। गोप ने कहा कि हम सभी ने अपना अभिभावक खो दिया है। मुलायम सिंह यादव जैसा नेता पहले न कभी पैदा हुआ और आगे न कभी पैदा होगा। हमने गरीब, किसान और नौजवानों के मसीहा को खो दिया है। हम अपनी श्रद्धा सुमन अपने नेता को अर्पित करते हैं।
नेताजी ने हमेशा हौसला बढ़ाया
अरविंद सिंह गोप ने कहा कि हम जैसे तमाम नौजवानों को उन्होंने विधानसभा पहुंचाया और मंत्री बनवाया। संघर्ष के दिनों में नेताजी ने हमेशा हम लोगों का हौसला बढ़ाया है। नेता जी देश के हर दल में प्रिय थे। हर गरीब, किसान और नौजवान उनको अपना मसीहा मानता था। ऐसे नेता युगों-युगों के बाद पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव का न रहना देश और प्रदेश की बड़ी राजनीतिक क्षति है।