बाराबंकी में माता का अनोखा मंदिर, भक्तों की मान्यता- नारियल चटका कर देती हैं मनोकामना पूरी होने के संकेत
इस मंदिर का एक रहस्य यह भी है कि यहां देवी मां अपने भक्तों को उन्हीं के चढ़ाए हुए नारियल को चटका कर उनकी मुराद पूरी होने का संकेत भी दे देती हैं।
हिंदू धर्म में नारियल का विशेष महत्व है। पूजा-पाठ से लेकर हर धार्मिक अनुष्ठान में नारियल का इस्तेमाल होता है। ऐसे में राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी में एक चमत्कारी मंदिर भी है।
जहां बाकी मंदिरों की तरह भोग के लिए मिठाई या लड्डू-पेड़ा नहीं चढ़ाया जाता बल्कि यहां भक्त माता को सिर्फ नारियल का भोग चढ़ाते हैं। इसके अलावा इस मंदिर का एक रहस्य यह भी है कि यहां देवी मां अपने भक्तों को उन्हीं के चढ़ाए हुए नारियल को चटका कर उनकी मुराद पूरी होने का संकेत भी दे देती हैं।
दूर-दूर से आते हैं भक्त
मनोकामना सिद्ध मंदिर के नाम से जाना जाने वाला यह स्थान बाराबंकी के सोमैया नगर के पास ढकौली में स्थित है। इस मंदिर के पीछे का रहस्य और यहां की कहानी बेहद ही रोचक व अकल्पनीय है।
यहां मंदिर में दूर-दूर से भक्त अपनी-अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए पहुंचते हैं। इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां माता जी को भोग के लिए मिठाई या लड्डू-पेड़ा नहीं चढ़ाया जाता बल्कि देवी मां को प्रसाद के रूप में अपना नाम लिखकर या निशान लगाकर नारियल चढ़ाया जाता है।
भक्त माता को चढ़ाते हैं नारियल
मंदिर की पुजारिन लज्जावती के मुताबिक यहां रोजाना सैकड़ों भक्त देवी मां के चरणों में नारियल चढ़ाकर अपनी-अपनी अर्जी लगाते हैं। जिन भक्तों की मनोकामना पूरी होनी होती है, तीन दिनों के अंदर माता के चमत्कार से उनका नारियल चटक जाता है। फिर वही नारियल भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा जाता है। लेकिन जिनकी मनोकामना पूरी नहीं होनी होती, उनका नारियल महीनों और सालों तक ऐसा ही रखा रहता है।
फोन पर देती हैं चटकने की सूचना
पुजारिन ने बताया कि कई बार तो भक्तों का नारियल उनके सामने ही चटक जाता है। पुजारिन के मुताबिक वह और मंदिर में आए हुए भक्त अक्सर नारियल को चटकते हुए देखते हैं। पुजारिन ने बताया कि कई लोग तो फोन से नारियल चढ़वाकर अर्जी लगवाते हैं। फिर जब उनका नारियल चटकता है तो मंदिर की पुजारिन उन्हें नारियल चटकने की सूचना दे देती हैं।