बाराबंकी: सीएचसी का गेट बंद कर आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
सीएचसी जाटा बरौली का मामला हेल्थ सुपरवाइजर की अभद्रता से नाराज थे कार्यकर्ता।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाटा बरौली में बैठक के दौरान यहां कार्यरत हेल्थ सुपरवाइजर ने आशा कार्यकर्ताओं से अभद्रता कर दी। यही नहीं, अपशब्द भी कहे। इससे नाराज आशा कार्यकर्ताओं ने सीएचसी का गेट बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। आशा कार्यकर्ताओं का कहना था कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण शुरू होने वाला था। इसमें पहुंचे सीएचसी के हेल्थ सुपरवाइजर महेंद्र पांडेय से आशा कार्यकर्ताओं ने अपने मानदेय न आने के बारे में जानकारी चाही, जिस पर सुपरवाइजर भड़क उठे और अपशब्द कहते हुए अभद्रता की। मामला बढ़ता देख सीएचसी अधीक्षक डा. कुलदीप मौर्य ने सीएमओ डा. रामजी वर्मा व थानाध्यक्ष को सूचना दी। सीएमओ ने तत्काल मौके पर एडिशनल सीएमओ डा. विनोद दोहरे व डिप्टी सीएमओ डा. अवधेश मौर्य को सीएचसी पर भेजा। पुलिस बल भी पहुंच गया। आशा कार्यकर्ताओं को काफी समझाने के बाद मामला शांत किया गया।
ब्लाक अध्यक्ष आशा कार्यकर्ता विनोद कुमारी, कांती देवी, पम्मी देवी, सुशीला देवी, सीमा देवी, रीता, कलावती, मिथलेश, सुनीता देवी, विमलेश, अंजू, सुषमा आदि का कहना है कि वे पुराने मानदेय के संबंध में जानकारी कर रही थीं। इस पर हेल्थ सुपरवाइजर ने अभद्रता शुरू कर दी। उन लोगों का मार्च से भुगतान नहीं हो सका है। प्रमिला, शशि, अनीता, नीलम, नीतू, शशीबाला, सुधा आदि का कहना है कि उन्हें जो भुगतान दिया जाता है, वह भी कम होता है। जो बुकलेट में धनराशि लिखी होती है, उससे कम धनराशि मिलती है। इसकी शिकायत वे लोग पहले भी कर चुकी हैं। मामले की शिकायत थाने व सीएमओ से की गई है। प्रथम दृष्टया हेल्थ सुपरवाइजर की ओर से आशा कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता किए जाने की जानकारी उन्हें हुई है। मामले की पूरी जांच कराई जाएगी जो दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी। एडिशनल सीएमओ व डिप्टी सीएमओ स्तर से जांच कराई जाएगी। - डा. रामजी वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बाराबंकी।