बाराबंकी: टॉर्च की रोशनी में मरीजों को देख रहे डॉक्टर्स, CHC में डीजल के 2 लाख रुपए बकाया, जनरेटर भी तीन महीने से खराब
लाइट जाने से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अंधेरा छा गया। बिजली न आने से मोबाइल की रोशनी का सहारा लिया गया।
यूपी में एक ओर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने में जुटे हैं। सीएचसी और पीएचसी का निरीक्षण कर रहे हैं। जिम्मेदारों को निर्देश भी दे रहे हैं। दूसरी ओर बाराबंकी में स्वास्थ्य सेवाएं भगवान भराेसे ही चल रही हैं। अस्पताल में लाइट नहीं है, अंधेरे में ओपीडी चल रही है। मरीज परेशान हैं। डीजल का भी 2 लाख रुपए से ज्यादा का उधार है, इसलिए अस्पताल को डीजल नहीं मिल पा रहा है। ऐसी की कहानी बाराबंकी के फतेहपुर तहसील क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की है।
दूर-दराज से अस्पताल पहुंचे थे मरीज
मामला मंगलवार का है। यहां सुबह साढ़े दस बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दूर--दराज से मरीज पहुंचे थे, लेकिन इसी समय अस्पताल में लाइट चली गई। डॉक्टर ओपीडी में बैठे थे, मरीजों को देख रहे थे। तभी लाइट जाने से अस्पताल में अंधेरा छा गया। अब मरीजों के साथ आए तीमारदारों ने मोबाइल और टार्च की रोशनी से डॉक्टर्स को दिखाया।
मोबाइल की रोशनी में इलाज
मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में डॉक्टर्स ने मरीजों को देखा और दवाइयां दी। अंधेरे में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को देखकर किसी ने वीडियो बना लिया। फिर उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। इसके बाद चर्चाएं शुरू हो गईं। बताते हैं करीब 100 से 150 मरीजों को मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में डॉक्टरों ने दवाएं दीं।
इस मामले में सीएचसी अधीक्षक अजय वर्मा ने बताया कि बीते 3 महीने से अस्पताल का जनरेटर सही नहीं है। इसके लिए सीएमओ से कहा गया है। बजट का प्रस्ताव बनाकर भी भेज दिया गया है। लाइट न आने की वजह से मरीजों को परेशानी होती है।
6 डॉक्टर्स की है तैनाती
सीएचसी अधीक्षक अजय वर्मा ने बताया कि अस्पताल में छह डॉक्टर्स की तैनाती है। इनमें ऑर्थो, फिजिशियन, आदि हैं। यहां पर दूर--दराज से रोजाना 150 के करीब मरीज आते हैं।
डीजल का 2 लाख रुपए बकाया
इस मामले में सीएचसी अधीक्षक अजय वर्मा ने बताया कि पहले जनरेटर सही था कि तब सारी सुविधाएं थीं, लेकिन 4 महीने से डीजल का 2 लाख रुपए का उधार हो गया है। इसलिए अब डीजल मिलना भी बंद हो गया है। अब अस्पताल का जनरेटर भी खराब हो गया है। इसके लिए सीएमओ से कहा गया है। बजट का प्रस्ताव बनाकर भी भेज दिया गया है।
बाराबंकी जिले में डिप्टी सीएम ने किया था निरीक्षण
बीते दिनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बाराबंकी के जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान आम आदमी की तरह अस्पताल पहुंचने पर पर्चा बनवाया था। उन्होंने सीएमएस को फटकार लगाते हुए तत्काल सुधार करने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक बिना किसी तामझाम के अपनी निजी गाड़ी से अस्पताल पहुंचे थे।
पहले ओपीडी का चक्कर लगाया। लाइन में लगकर एक रुपया देकर पर्चा बनवाया था। इसके बाद डाक्टर को दिखाने तक की प्रक्रिया को देखा था। फिर सीएमएस को तलब किया था। उन्होंने व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे।