बाराबंकी: जनसुनवाई पोर्टल पर दो हजार से अधिक शिकायतें लंबित
जनसुनवाई पोर्टल पर आई दो हजार 44 शिकायतों का निस्तारण नहीं किया गया है।
जनसुनवाई पोर्टल पर आने वाली शिकायतों का निस्तारण नहीं हो रहा है। जिले के अफसर पूरी तरह से निरंकुश बने हुए हैं। पोर्टल पर दिख रही जिले की स्थिति इसकी पोल खोल रही है। 18 अगस्त तक अलग-अलग संदर्भों की दो हजार 44 शिकायतें लंबित पड़ी हैं, जिनका निस्तारण नहीं किया गया है। इनमें 92 शिकायतें सीएम संदर्भ की हैं। जिसमें दो शिकायतें तो डिफॉल्टर की श्रेणी में आ चुकी हैं।
फरियादियों की समस्याओं को दूर करने के लिए जनसुनवाई पोर्टल की व्यवस्था की गई थी। इस पर आने वाली शिकायतों का जल्द निस्तारण हो सके, इसके लिए शिकायत को संबंधित विभाग को ऑनलाइन भेज दिया जाता है। जिम्मेदार अफसरों की निगरानी में शिकायत का निस्तारण कर ऑनलाइन रिपोर्ट लगाई जाती है। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी गंभीर नहीं है। यही वजह है कि 18 अगस्त तक जनसुनवाई पोर्टल पर आई दो हजार 44 शिकायतों का निस्तारण नहीं किया गया है।
इनमें मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, तहसील दिवस, मंडलायुक्त, भारत सरकार, पुलिस, राज्यपाल आदि समेत कई अन्य संदर्भों की शिकायतें शामिल हैं। सबसे अधिक पुलिस विभाग की 642 शिकायतें लंबित हैं। वहीं सीएम पोर्टल पर आई 92 शिकायतों का निस्तारण अफसरों द्वारा नहीं किया गया। ईडीएम धर्मेंद्र उपाध्याय ने बताया कि माह के अंत में समीक्षा होती है। निस्तारण में लापरवाही पर जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारी का वेतन रोकने के साथ स्पष्टीकरण मांगा जाता है।
संदर्भ के प्रकार लंबित शिकायतें
- मुंख्यमंत्री - 92
- जिलाधिकारी - 746
- संपूर्ण समाधान दिवस - 402
- पुलिस विभाग - 642