बाराबंकी: जिला अस्पताल में नर्स नहीं लगा पाई वीगो, खून न चढ़ने से मरीज की मौत
परिजनों का आरोप है कि मरीज को खून चढ़ना था लेकिन अस्पताल की नर्स विगो नहीं लगा पा रही थी। जिससे खून नहीं चढ़ पाया। उसके बाद मरीज की मौत हो गई।
बाराबंकी के जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से 2 दिन पहले भर्ती हुए एक मरीज की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि मरीज को खून चढ़ना था लेकिन अस्पताल की नर्स विगो नहीं लगा पा रही थी। जिससे खून नहीं चढ़ पाया। उसके बाद मरीज की मौत हो गई।
बाराबंकी जिले के मसौली क्षेत्र के रहने वाले शमशेर सिंह (55) को हाथ-पैर में दर्द होने के चलते परिजनों ने उसे शनिवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। शमशेर सिंह को डॉक्टरों ने खून की कमी बताई और खून चढ़ाने की बात कही। परिवार के लोगों ने खून का इंतजाम किया और रविवार को खून चढ़ाया गया था।
रात 2:30 बजे चढ़नी थी दूसरी बोतल
शमशेर सिंह की पत्नी के मुताबिक, "रविवार रात करीब 2:30 बजे अचानक खून चढ़ना बंद हो गया तो नर्स को बुलाया गया। नर्स ने विगो निकाल दी और दोबारा दूसरी जगह वीगो लगाने लगी लेकिन नर्स काफी देर तक वीगो नहीं लगा पाई। जब नर्स से डॉक्टर को बुलाने को कहा गया तो उसने डॉक्टर को भी नहीं बुलाया।"
मरीज को छोड़कर चली गई नर्स
रूंधे गले के साथ पत्नी बोलीं, " जब पति को खून नहीं चढ़ पाया तो उनकी हालत बिगड़ने लगी लेकिन नर्स चली गई। परिवार के लोग पति को स्ट्रेचर के सहारे डॉक्टर और नर्स के पास ले गए लेकिन किसी ने देखा तक नहीं। खून न चढ़ने से कुछ ही देर में पति की मौत हो गई।"
लाश पर लगाते रहे ऑक्सीजन
डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर पत्नी ने बताया कि पति की मौत के बाद पूरा परिवार रोने लगा तो डॉक्टर अपने केबिन से निकलकर आए और ऑक्सीजन लगाने लगे। अगर समय रहते कोई डॉक्टर देख लेता तो आज मेरे पति जिंदा होते।
शव से लिपटकर रोने लगी पत्नी व मां
शमशेर सिंह की मौत के बाद उनकी बूढ़ी मां और पत्नी सहित पूरा परिवार वहां फूट-फूट कर रोने लगा। रोती हुई बूढ़ी मां सबके आगे हाथ जोड़े खड़ी थी। पत्नी भी पति की मौत के बाद हताश होकर शव के साथ लिपटकर रो रही थी। यह नजारा देख सबकी आंखों नम हो गईं।