इंस्पायर अवार्ड के लिए बाराबंकी की पूजा नामित, धूल रहित थ्रेशर का बनाया मॉडल; पिता दिहाड़ी मजदूर और मां स्कूल में रसोइयां हैं
इंस्पायर अवार्ड के लिए नामित होने से पूजा के परिवार में काफी खुशी है। आसपास के लोग और रिश्तेदारों ने उनको बधाई दी है।
बाराबंकी के सिरौलीगौसपुर की रहने वाली कक्षा 8 की छात्रा पूजा ने धूल रहित थ्रेशर का मॉडल बनाकर तैयार किया है। जिसके लिए पूजा इंस्पायर अवार्ड के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नामित हुई हैं। राष्ट्रीय स्तर पर इंस्पायर अवार्ड के लिए नामित होने से पूजा के परिवार में काफी खुशी है। आसपास के लोग और रिश्तेदारों ने उनको बधाई दी है।
पूजा का परिवार काफी गरीब है। वह सभी घास फूस से बनी झोपड़ी में अपना जीवन यापन कर रहे हैं। पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और मां जिस स्कूल में पूजा पढ़ती हैं उसी सरकार स्कूल में 1500 रुपए मानदेय पर रसोईया हैं।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग देता है इंस्पायर अवार्ड
पूजा सिरौलीगौसपुर ब्लॉक के अगेहरा गांव के मजदूर पुत्तीलाल की बेटी है। पूजा गांव में ही पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कक्षा आठ की छात्रा है। पूजा गांव में एक किमी दूर इस सरकारी पूर्व माध्यमिक विद्यालय में पैदल पढ़ने जाती है। गरीब परिवार की इस बेटी पूजा ने धूल रहित थ्रेशर का मॉडल बनाया है। जिसके बाद वह इंस्पायर अवार्ड के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नामित हुई है। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से इंस्पायर अवार्ड दिया जाता है। इसमें सरकारी व निजी स्कूलों के कक्षा 6 से 10 तक के बच्चे जिला स्तर पर अपने वैज्ञानिक मॉडल को पेश करते हैं।
वैैज्ञानिकों का प्रतिनिधि मंडल करेगा मूल्यांकन
पूजा ने अपने विज्ञान शिक्षक राजीव श्रीवास्तव के प्रयास से इंस्पायर अवार्ड के लिए आवेदन किया था। उसका धूल रहित थ्रेशर का मॉडल जिले स्तर के बाद अब प्रदेश स्तर के लिए चुना गया। इसके बाद प्रदेश स्तर पर मूल्यांकन हुआ तो उसे राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा के लिए चुन लिया गया। अब पूजा का थ्रेशर वाले मॉडल का मूल्यांकन देश के वरिष्ठ वैैज्ञानिकों का प्रतिनिधि मंडल करेगा।