बाराबंकी: नशेबाज डॉक्टर का वीडियो वायरल, बेटी की मौत के बाद मां से बोला- एक गई तो क्या हुआ…दूसरी पैदा कर लो
शव के पास रोती-बिलखती मां से डॉक्टर ने कहा कि अब कर भी क्या सकते हैं? एक गई, अब दूसरी पैदा करो। डॉक्टर की अभद्रता का वीडियो भी सामने आया है।
बाराबंकी में डॉक्टरों की लापरवाही से एक मासूम बच्ची की जान चली गई। परिजन उसे इलाज के लिए 100 शय्या अस्पताल लेकर पहुंचे थे, लेकिन वहां कोई डॉक्टर नहीं था। करीब एक घंटे बाद डॉक्टर नशे की हालत में पहुंचे। मगर, तब तक इलाज न मिलने के चलते बच्ची की मौत हो गई थी। शव के पास रोती-बिलखती मां से डॉक्टर ने कहा कि अब कर भी क्या सकते हैं? एक गई, अब दूसरी पैदा करो।डॉक्टर की अभद्रता का वीडियो भी सामने आया है।
बच्ची के गले में अटका था मक्के का दाना
कमोली गांव में रहने वाले विजय रावत की डेढ़ साल की भतीजी परी के गले में मक्के का दाना अटक गया था। उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इस पर परिजन उसे रविवार रात करीब 12 बजे सिरौलीगौसपुर के 100 शय्या अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में नाइट ड्यूटी पर डॉक्टर धर्मेंद्र गुप्ता थे, लेकिन वह गायब थे।
रात 12 से 1 बजे तक नहीं आए डॉक्टर
विजय ने बताया, "डॉक्टर के न मिलने पर हमने नर्स से कहा, तो जवाब मिला कि डॉक्टर ही आकर देखेंगे। मैं अस्पताल में डॉक्टर को खोजता रहा और 1 घंटे बाद भतीजी ने दम तोड़ दिया।"
विजय ने कहा, "एक घंटे के बाद नशे की हालत में डॉक्टर धर्मेंद्र पहुंचे। हमने बच्ची को दिखाया, तो बोले ये मर गई है। हमने कहा कि समय से इलाज मिला जाता तो हमारी परी बच जती। यह सुनते ही डॉक्टर अभद्रता करने लगे।"
डॉक्टर बोले- बना लो वीडियो मैं बोलूंगा
वीडियो में डॉक्टर को कह रहा है, "एक बेटी मर गई तो क्या हुआ, दूसरी बेटी पैदा कर लेना। भगवान ने एक को उठाया है तो दूसरी भी दे देगा।" यही नहीं, डॉक्टर खुद वीडियो बनाने की बात कहते नजर आए। साथ में दूसरा बच्चा पैदा करने की नसीहत भी देते रहे।
ग्रामीणों ने अस्पताल में किया हंगामा
डॉक्टर की अभद्रता से भड़के परिजनों ने ग्रामीणों को सूचना दी। कुछ देर में ग्रामीणों ने वहां पहुंचते ही हंगामा शुरू कर दिया। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। ग्रामीण नशे में धुत डॉक्टर का चिकित्सीय परीक्षण कराने की मांग करते रहे। डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है और वह दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की
ग्रामीणों ने कहा कि अस्पताल में डॉक्टर कभी मिलते ही नहीं हैं। इस कारण इलाज के लिए हमें इधर-उधर भटकना पड़ता है। डॉक्टर की लापरवाही के चलते हमारे गांव की एक मासूम बच्ची की जान चली गई। मगर, डॉक्टर ने दुख व्यक्त करने के बजाय बच्ची के परिजनों से अभद्रता की। यही नहीं, पीड़ित मां को दूसरी बेटी पैदा करने की नसीहत देने लगा।
इस सम्बन्ध में सीएमएस डॉ. नीलम गुप्ता ने बताया कि डाॅक्टर को ड्यूटी से हटाकर तीन डॉक्टरों की टीम बनाकर आरोपों की जांच कराई जा रही है। दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।