बाराबंकी: निवेश के नाम पर कंपनी ने हड़पे 2.70 करोड़ रुपये, केस दर्ज
लखनऊ ब्लू धौ ट्रेडिंग कंपनी व ब्लू मार्ट इंटरप्राइजेज में निवेश की लुभावनी स्कीम के नाम पर 2.70 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। कंपनी के निदेशकों ने निवेश पर आकर्षक वेतन व पांच प्रतिशत ब्याज का सब्जबाग एजेंट को दिखाया और रुपये जमा कराए। दो माह वेतन भी दिया, लेकिन इसके बाद सारा सामान बटोर कर कंपनी में ताला लगाकर गायब हो गए।
बाराबंकी के देवां निवासी मोहम्मद अहमद के मुताबिक वर्ष 2019 में नीलगिरी कॉम्प्लेक्स देवपुरी प्लाजा स्थित ब्लू धौ ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड व ब्लू मार्ट इंटरप्राइजेज के डायरेक्टर प्रवीण कुमार वर्मा से मुलाकात हुई। ऑफिस में बातचीत के दौरान उन्हें कंपनी के एजेंट की नौकरी का ऑफर दिया गया। निवेश पर पांच प्रतिशत ब्याज और मोटी सैलरी देने की बात कही गई। इस पर मोहम्मद ने कंपनी में 70,38,600 रुपये का निवेश कराया।
प्रमोटर प्रमोद कुमार वर्मा उन्हें बाराबंकी में ब्लूमार्ट के ऑफिस ले गए। वहां पत्नी अन्नपूर्णा, भाई रविंद्र कुमार वर्मा और साले अरुणिमा कुमार को डायरेक्टर बताते हुए उनसे मुलाकात कराई। लुभावनी स्कीम में फंसे अहमद ने परिचितों व रिश्तेदारों को बतौर एजेंट जुड़वा कर करीब दो करोड़ का निवेश कराया। कंपनी ने दो माह तक अहमद व अन्य एजेंटो को वेतन और ब्याज दिया। इसके बाद वेतन मिलने में देरी हुई तो मैनेजर व प्रमोटर ने दो प्रतिशत ही ब्याज देने की बात कही। साथ ही वेतन के नाम पर टालमटोल किया।
शक होने पर अहमद ने पड़ताल की तो पता चला कि आरोपियों ने ब्लूमार्ट से सारा सामान निजी मार्ट में ट्रांसफर करा दिया है। साथ ही कंपनी में ताला लगाकर सब गायब हो गए हैं। पीड़ित ने मैनेजर दिलीप से संपर्क किया तो कुछ लोगों ने धमकाया। 2.70 करोड़ की ठगी का एहसास होने पर मोहम्मद अहमद ने थाने में तहरीर दी, लेकिन केस नहीं दर्ज हुआ। अब कोर्ट के आदेश पर गाजीपुर थाने मेंं प्रमोद कुमार वर्मा, पत्नी अन्नपूर्णा, अरुणिमा, प्रवीण कुमार वर्मा, दिलीप व पत्नी अर्पिता, घनश्याम यादव, सुब्रत मुखर्जी, सागर घोष, रविंद्र वर्मा और पांच अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।