बाराबंकी: खतरे के निशान से ऊपर बह रही सरयू, डर की वजह से घर छोड़ने को मजबूर लोग
बाराबंकी में चेतावनी बिंदु से ऊपर बह रही सरयू अब ग्रामीणों को पलायन के लिए मजबूर कर रही है। सोमवार सुबह नेपाल के बनबसा बैराज से दो लाख 46 हजार क्यूसेक पानी और छोड़ दिया गया जबकि एक दिन पहले ही दो लाख 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा गया था।
बाराबंकी में चेतावनी बिंदु से ऊपर बह रही सरयू अब ग्रामीणों को पलायन के लिए मजबूर कर रही है। सोमवार सुबह नेपाल के बनबसा बैराज से दो लाख 46 हजार क्यूसेक पानी और छोड़ दिया गया जबकि एक दिन पहले ही दो लाख 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा गया था। एल्गिन ब्रिज पर सरयू का जलस्तर सोमवार को 105.116 मीटर रिकार्ड हुआ जबकि खतरे का निशान 106.070 पर है। मंगलवार को जलस्तर बढ़ने की आशंका है। वहीं तेलवारी गांव में बाढ़ के भय से गांव छोड़कर आए लोगों को तिरपाल नहीं मिल सका है।
बीते 25 दिन से सरयू नदी का जलस्तर कभी बढ़ रहा है तो कभी घट रहा है। जुलाई में नदी का जलस्तर कई दिन तक चेतावनी बिंदु को पार कर गया। सिरौलीगौसपुर के तेलवारी व इटहुआ पूर्व गांव के पास नदी की कटान में करीब 20 बीघा जमीन व कई मकान समा चुके है। ग्रामीणों का मानना है कि नदी जुलाई माह के अंत या अगस्त में अपना रौद्र रूप दिखा सकती है।
बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नव्वनपुरवा, रेता, तेलवारी गांव के लोग पिछले एक सप्ताह से पलायन कर रहे हैं। तेलवारी के पास नदी आबादी से दूर खेतों की कटान कर रही है। गांव के कुंवारे का मकान नदी के मुहाने पर है। बाढ़ के भय से गांव छोड़कर आए लोगों को तिरपाल नहीं मिल सका है। अलीनगर रानीमऊ बांध पर आशियाना बनाने में जुटी मनीरामपुरवा गांव की रेशमा बानो ने बताया कि हम लोग पहले से सतर्क हैं।
नदी के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। जो लोग तटबंध पर आए है उन्हें जल्द ही सरकारी मदद दी जाएंगी। राजस्वकर्मियों को क्षेत्र में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
- विश्वमित्र सिंह, एसडीएम सिरौलीगौसपुर