UP एटीएस को एक और सफलता, कानपुर से जैश का आतंकी सैफुल्लाह गिरफ्तार
नदीम की निशानदेही पर यूपी एटीएस ने कानपुर से जैश ए मोहम्मद से जुड़ा एक और आतंकी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आतंकी की पहचान हबीब उल इस्लाम उर्फ सैफुल्लाह के रूप में हुई है।
आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देशभर में तिरंगा यात्रा, हर घर तिरंगा और आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। वहीं, सुरक्षा एजेंसियां देशभर में अलर्ट मोड पर हैं। कुछ दिन पहले सहारनपुर से एएनआई-यूपी एटीएस ने संदिग्ध नदीम को गिरफ्तार किया था। रविवार को नदीम की निशानदेही पर यूपी एटीएस ने कानपुर से जैश ए मोहम्मद से जुड़े एक और आतंकी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आतंकी की पहचान हबीब उल इस्लाम उर्फ सैफुल्लाह के रूप में हुई है। इसको फतेहपुर से कानपुर लाया गया था। पकड़ा गया आतंकी वर्चुअल आईडी बनाने में एक्सपर्ट है।
हबीबुल सोशल मीडिया के माध्यमों जैसे टेलीग्राम, वॉट्सऐप, फेसबुक मैसेंजर आदि के जरिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हैंडलर से जुड़ा था। पकड़ा गया आतंकी बिहार के मोतिहारी का रहने वाला है। इससे पहले एटीएस ने मोहम्मद नदीम को सहारनपुर जिले में गंगोह थाना इलाके के कुंडा कला गांव से गिरफ्तार किया था।
हबीबुल ने नदीम को दी थी ये जिम्मेदारी
यूपी एटीएस के मुताबिक, सैफुल्लाह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर यूपी-उत्तराखंड में नया मॉड्यूल बना रहा था। हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्लाह ने इसकी जिम्मेदारी नदीम को दी थी। सैफुल्लाह ने नदीम को एक फेक फेसबुक मैसेंजर ID से कई वीडियो क्लिप्स भी भेजी थीं, जिनके जरिये नौजवानों को रेडिक्लाइज किया जाता था। एक चैट में तो सैफुल्लाह ने नदीम को POK जाकर फिदायीन हमले और हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेने के लिए भी कहा था।
नदीम का हबीबुल से हुआ था संपर्क
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक, नदीम ने सोशल मीडिया पर फेक आईडी बनाई और उसी फेक आईडी के जरिये पाकिस्तान में बैठे हैंडलर के संपर्क में था। पाकिस्तान में बैठे सैफुल्लाह ने नदीम को आईईडी बनाने से संबंधित लिटरेचर भेजा और चाकू से मारने की ट्रेनिंग भी दी। नदीम पाकिस्तान और अफगानिस्तान के विभिन्न हैंडलर्स के संपर्क में था। 2018 में नदीम का संपर्क जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य से हुआ था। इसने नदीम को पाकिस्तान और अफगानिस्तान से जोड़ा। फिर नदीम का संपर्क हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्लाह से करवाया। और इसके बाद उसे जिहादी साहित्य दिया गया।