गाजियाबाद: स्कूल बस की खिड़की से मुंह निकालकर उल्टी कर रहे मासूम की मौत; ऐसी घटनाओं का जिम्मेदार कौन?
स्कूल के बच्चों की सुरक्षा दिन पर दिन बड़ी चिंता का मुद्दा बनता जा रहा है। बीते तीन दिन में उत्तर प्रदेश और हरियाणा में स्कूल बस और वैन में हुई बच्चों की मौत ने सभी अभिभावकों का दिल दहला दिया है। अब सवाल उठ रहे है कि इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन उठाएगा।
आपका बच्चा स्कूल जा रहा है, उसकी सुरक्षा को लेकर कभी तो आपके मन में भी ख्याल आता होगा। आखिर बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है? स्कूल प्रशासन, प्रदेश सरकार या खुद परिजनों की। पिछले तीन दिन में हुई दो बड़ी घटनाओं ने हर अभिभावक के मन में सवाल पैदा होने शुरू हो गए है। बुधवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्कूल बस में बैठे छात्र की मौत का मामला सामने आया। वहीं इससे पहले हरियाणा में गुरुग्राम में स्कूल वैन से उतर रहे छात्र की उसी के नीचे आकर मौत हो गई। दोनों ही मामलों ने देश भर के अभिभावकों को सोच में डाल दिया है।
मासूम बच्चों के सुनहरा भविष्य के लिए सभी मां-बाप और अभिभावक उन्हें स्कूल भेजते हैं। लेकिन जब वहीं से खबर आए कि आपका बच्चा इस दुनिया में नहीं रहा तो सोचिए उनके मन पर क्या बीतती होगी। अक्सर इस तरह की घटनाएं पढ़ने और देखने को मिलती हैं। जहां स्कूल बस में कंडक्टर का नहीं होना सबसे आम बात है, ज्यादातर मामलों में हादसे का सबसे बड़ा कारण यही होता है। हाल के दोनों मामलों में प्राथमिक तौर पर यही मुख्य वजह निकल कर सामने आ रही है। लेकिन इसके बाद भी अनफिट स्कूल बसों को लेकर प्रशासन की तरफ से कार्रवाई नहीं होती। वहीं तरह-तरह के शुल्क लेने वाले स्कूलों पर भी बस में कंडक्टर न होने पर सवाल नहीं उठाया जाता।
वो घटनाएं जिन्होंने दहला दिया हर अभिभावक का दिल
गाजियाबाद के मोदीनगर में बुधवार को स्कूल बस में मौजूद एक बच्चे की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक 11 साल का अनुराग भारद्वाज दयावती पब्लिक स्कूल में पढ़ता था। सुबह स्कूल बस सवार था, उसने अचानक उल्टी आने पर सिर खिड़की से बाहर निकाल लिया। ड्राइवर यह देख नहीं पाया और अनुराग का सिर लोहे के गेट से टकरा गया। अनुराग की मौके पर ही मौत हो गई। परिवार ने आरोप लगाया कि बस में कंडक्टर नहीं था। स्कूल प्रशासन ने लापरवाही बरती और उनके बच्चे की जान चली गई। पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया है। लेकिन बस चालक अभी फरार है।
दूसरी घटना गुरूग्राम की है, जहां शिकोहपुर में चार साल के बच्चे की स्कूल वैन के नीचे आकर कुचलने से मौत हो गई। ड्रीम्स वर्ल्ड प्री स्कूल में पढ़ने वाला सिद्धार्थ स्कूल वैन से छुट्टी में घर लौट रहा था। घर के पास चालक ने उसे नीचे उतारा लेकिन बिना देखे ही वैन दौड़ा दी सिद्धार्थ की उसी की चपेट में आकर मौत हो गई।
सभी मानकों की होगी जांच: एआरटीओ प्रशासन
उधर, इस दर्दनाक हादसे की जानकारी जैसे ही संभागीय परिवहन विभाग को मिली तो एआरटीओ प्रशासन विश्वजीत प्रताप सिंह ने बताया कि विभाग की तरफ से स्कूल मानकों की जांच करने के लिए विभाग की टीम समय-समय पर कार्रवाई करती रहती है। उन्होंने बताया कि जिस बस में बच्चे के साथ यह दुर्घटना घटी है।विभाग की तरफ से आर आई और अन्य तकनीकी की जांच करने वाली टीम मौके पर पहुंचकर यह पता लगाएगी कि आखिर यह दुर्घटना किस कारण से हुई है एआरटीओ प्रशासन ने बताया कि इस तरह की जानकारी प्राप्त हुई है। फिलहाल विभाग के द्वारा इस पूरे मामले की गहनता से जांच कराई जाएगी। यदि स्कूल मानकों के हिसाब से कमी पाई जाती है तो निश्चित तौर पर एक्शन लिया जाएगा।